30 जून को वायनाड दौरे पर जा सकते हैं राहुल गांधी, SFI कार्यकर्ताओं ने की थी राहुल के कार्यालय में तोड़फोड़ !

केरल में कांग्रेस इकाई ने वायनाड में राहुल गांधी के कार्यालय में तोड़फोड़ करने का आरोप एसएफआई (स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया) पर लगाया है। उन्होंने कहा, इस तोड़फोड़ को माकपा के शीर्ष नेताओं की पूरी जानकारी के साथ अंजाम दिया गया।

एआईसीसी महासचिव और राहुल गांधी के करीबी के.सी.वेणुगोपाल ने कहा कि यह शीर्ष माकपा नेतृत्व की पूरी जानकारी में हुआ, यदि नहीं, तो क्या मौके पर मौजूद जिला पुलिस का शीर्ष अधिकारी महज तमाशा बना रहेगा?

वेणुगोपाल ने कहा, आरएसएस की तरह माकपा गांधी को पसंद नहीं करती है और इसलिए महात्मा गांधी की तस्वीर को एसएफआई कार्यकर्ताओं ने हटा दिया।

विपक्ष के नेता वी.डी.सतीसन ने इसे मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के कार्यालय द्वारा तैयार की गई ‘गेम प्लान’ करार दिया, क्योंकि वे उनके और उनके परिवार के खिलाफ ‘विस्फोटक खुलासे’ के बाद सोने की तस्करी के मामले से लोगों का ध्यान हटाना चाहते हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ लोकसभा सांसद के. मुरलीधरन ने कहा कि, हाल ही में स्पष्ट कारणों से सीपीआई-एम भाजपा को खुश रखना चाहती है। उन्होंने आरोप लगाया, वायनाड में एसएफआई के पास इसका कोई कारण नहीं है, लेकिन उन्हें माकपा के शीर्ष नेताओं ने ऐसा करने के लिए मजबूर किया, क्योंकि वे दिल्ली में भाजपा को खुश रखना चाहते हैं।

वहीं मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और उनकी पार्टी के अन्य शीर्ष नेताओं ने शुक्रवार देर रात एसएफआई हमले की निंदा की। वायनाड के पुलिस उपाधीक्षक को निलंबित कर दिया गया और तोड़फोड़ के आरोप में 19 एसएफआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया।

आज सुबह, इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष वी.पी.सानू और राज्य अध्यक्ष के.अनुश्री सहित एसएफआई के शीर्ष नेताओं को माकपा के राज्य पार्टी मुख्यालय में रिपोर्ट करने के लिए कहा गया, जहां माकपा की दो दिवसीय राज्य समिति की बैठक निर्धारित है। एसएफआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष सानू, जिन्हें सुबह यहां पार्टी के राज्य मुख्यालय में देखा गया, ने कहा कि विरोध अनियोजित था।

सानू ने कहा, इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, क्योंकि यह कोई विरोध प्रदर्शन नहीं था, जिसमें एसएफआई की राज्य समिति की सहमति थी। इस बीच, विजयन ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मनोज अब्राहम से एक सप्ताह के भीतर मामले पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।

कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी 30 जून को निर्वाचन क्षेत्र में आ रहे हैं और उनके तीन दिनों तक रुकने की उम्मीद है। कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता वायनाड पहुंच रहे हैं और बाद में दिन में एक विरोध बैठक की भी योजना है।

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