आज नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी की प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेशी होनी है। कांग्रेस ईडी के सामने होने वाली पेशी को मुद्दा बनाकर बड़ी राजनीतिक लड़ाई में तब्दील करने की पूरी तैयारी है।
योजना है कि कांग्रेस आज अपने मुख्यालय से एपीजे अब्दुल कलाम रोड स्थित ईडी मुख्यालय तक रैली निकालेगी और उसके जरिये अपने सियासी ताकत का प्रदर्शन करेगी। लेकिन दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस को रैली की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। दिल्ली पुलिस ने रैली की अनुमति नहीं देने के पीछे कानून-व्यवस्था का हवाला दिया है।
दिल्ली पुलिस के इस नोटिस के बाद कांग्रेस ने मोदी सरकार से पूछा है इतना डर किस बात की है !
ईडी ने राहुल गांधी को दो जून को को पूछताछ के लिए बुलाया था। लेकिन विदेश में होने के कारण राहुल ने बाद का समय मांगा था, जिसके बाद उन्हें 13 जून को पेश होने को कहा गया था। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस सांसदों और कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के सदस्यों को भी रैली के लिए दिल्ली में मौजूद रहने को कहा गया है। साथ ही कांग्रेस शासित दोनों राज्यों राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी इस शक्ति प्रदर्शन में शामिल होंगे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने बताया कि इसके विरोध में पार्टी के प्रदेश इकाइयों से आज अपने यहां भी धरना प्रदर्शन करने को कहा गया है। मनिकम टैगोर ने बताया कि पार्टी कार्यकर्ता देश भर में जांच एजेंसी के लगभग 25 कार्यालयों में राजनीतिक प्रतिशोध और केंद्र सरकार द्वारा “विपक्ष की आवाज को चुप कराने” के लिए केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।
मामले में ईडी ने इस साल अप्रैल में नई दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस के कोषाध्यक्ष पवन बंसल से भी नेशनल हेराल्ड मामले में मनी लान्ड्रिंग जांच के सिलसिले में पूछताछ की थी।
वहीं, ईडी ने शुक्रवार को सोनिया गांधी को नया समन जारी कर नेशनल हेराल्ड मनी लान्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए 23 जून को पेश होने को कहा। सोनिया गांधी को आठ जून को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। लेकिन वो कोरोना संक्रमित हैं, जिसके चलते उन्होंने कोई अन्य तारीख देने का आग्रह किया था।