कांग्रेस नेता राहुल गांधी को ‘नेशनल हेराल्ड-एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड’ सौदे संबंधी मनी लॉन्ड्रिंग केस में आज ईडी के सामने पेश होना है।
ऐसे में राजधानी में आज सियासी हंगामा चरम पर रहने की संभावना है। दरअसल, कांग्रेस की योजना है कि पार्टी के सभी शीर्ष नेता और सांसद दिल्ली में ED के मुख्यालय तक विरोध मार्च निकालेंगे और ‘सत्याग्रह’ करेंगे। हालांकि दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस को मार्च निकालने की इजाजत नहीं दी है।
जिसके बाद राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने सरकार पर हमला बोला है। सचिन ने कहा “हमनें गांधीवादी और शांतिपूर्ण तरीके से एक मार्च निकालने की कोशिश की थी लेकिन दिल्ली में अनुमति नहीं मिली। मुझे लगता है कि ये लोग जिस तरह एजेंसी का दुरूपयोग कर रहे हैं वो जगजाहिर है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी और तमाम नेताओं पर 7-8 साल से बंद केस डाले गए। कहीं ना कहीं राजनीतिक विरोधियों पर दबाव बनाने की राजनीति चल रही है। देश में इतने जरूरी मुद्दे हैं लेकिन अलग विचारधारा के लोगों को दबाने का काम हो रहा है। कांग्रेस के पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है’
इससे पहले कल सचिन पायलट ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए भी जमकर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ‘राहुल गांधी और सोनिया गांधी को भेजी गई ED की नोटिस एक विशुद्ध रूप से राजनीतिक हथकंडा है, अगर वो लोग सोच रहे हैं कि हम इससे डर जाएंगे तो ऐसा वो गलत सोच रहे हैं।’ हम ना तो इससे भयभीत होने वाले हैं और ना ही डरने वाले हैं, उन्होंने केंद्र सरकार पर सुरक्षा एजेंसियों का दुरुप्रयोग करने का आरोप लगाया और कहा कि हम सड़क से लेकर संसद तक उन्हें मुंह तोड़ जवाब देंगे। “