कांग्रेस अब अपनी राजनीतिक पकड़ बनाने के लिए रणनीति तैयार करने में जुट गई है। इस बाबत कांग्रेस पार्टी ने 2 अक्टूबर से कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत जोड़ो यात्रा शुरू करने का फैसला किया था।
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भारत जोड़ों यात्रा शुरुआत पहले इसलिए की जा रही है, क्योंकि मोदी सरकार और भाजपा लगातार लोकतंत्र, देश के संविधान, राष्ट्रीय संस्थाओं और सामाजिक ढांचे पर हमला कर रही है। इसी के मद्देनजर यात्रा पहले ही शुरू की जा सकती है।
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने बताया की राज्यों के प्रधानों और प्रमुख संगठनों की दिल्ली में एआईसीसी पदाधिकारियों के साथ गुरुवार को बैठक हुई थी।
इससे पहले उदयपुर चिंतन शिविर के दौरान ‘नव संकल्प’ के तहत यात्रा 2 अक्टूबर, 2022 से शुरू करने संबंधी ऐलान किया गया था। अब यात्र पहले शुरू की जा सकती है। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा 3500 किलोमीटर का दायरा कवर करेगी और 12 राज्यों व 2 केंद्र शासित प्रदेशों से होकर निकलेगी। यह पदयात्रा होगी। इस दौरान कांग्रेस पार्टी का पूरा नेतृत्व और कैडर मौजूद रहेगा। इसके तहत कई अन्य यात्राएं देश के अलग-अलग हिस्सों से मुख्य पद यात्रा में शामिल होंगी।
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष राजा वड़िंग ने कहा कि आजादी के 75 साल पूरे होने के बाद इंडियन नेशनल कांग्रेस उन सभी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि भेंट करती है, जिन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी, जिन्होंने बांटने और शासन करने की राजनीति को हराया, जो देश को उसका महान सविधान देने के लिए एक साथ आए और जिन्होंने भारत को तरक्की, खुशहाली, सामाजिक न्याय और आपसी भाईचारे के मार्ग पर अग्रसर किया।
राजा वड़िंग ने कहा कि हमारे देश के स्वतंत्रता आंदोलन में कभी भी हिस्सा ना लेने वाले और जिनकी सोच के चलते राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का कत्ल हुआ, ऐसे लोगों द्वारा नफरत की राजनीति की जा रही है। भारत जोड़ो यात्रा हर भारतीय, जो महात्मा गांधी के नेतृत्व में हमारे देश के स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों को बचाने और आगे बढ़ाने के लिए वचनबद्ध हैं। भारत जोड़ो यात्रा देश को एकजुट करने के लिए शुरू की जा रही है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष वड़िंग ने कहा कि यह यात्रा हर उस भारतीयों को एकजुट करेगी, जो द्वेष, कट्टरता और बंटवारे की राजनीति के खिलाफ लड़ने के लिए वचनबद्ध है और जो विश्वास रखता है कि लोगों को बांटने की राजनीति करने की बजाय शासन पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए, ताकि करोड़ों युवाओं को बेहतर नौकरियां मिल सकें, जरूरी वस्तुओं के रेटों का करोड़ों परिवारों से बोझ कम किया जा सके, किसानों और खेत मजदूरों का कल्याण सुनिश्चित हो और आदिवासियों, दलितों व समाज के अन्य कमजोर वर्गों के सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन के लिए हमारे जल, जंगल और जमीन की रक्षा की जाए।