टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता भारतीय मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन ने बर्मिंघम में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों 2022 से पहले लगातार कोच बदलने को लेकर बड़ा आरोप लगाया है। लवलीना ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
लवलीना ने सोमवार को ट्विटर पर एक पोस्ट में कहा, “मैं बहुत दुख के साथ कह रहा हूं कि मुझे बहुत उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है।”
भारतीय मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन ने कहा कि हर बार ओलंपिक में पदक जीतने में मेरी मदद करने वाले मेरे कोचों को मेरी प्रशिक्षण प्रक्रिया और प्रतियोगिता से हटा दिया गया है। इन्हीं कोचों में से एक संध्या गुरुंग जी हैं जो द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता भी हैं। हजारों अनुरोधों के बावजूद, उन्हें हमेशा मेरे प्रशिक्षण के लिए देर से आने दिया जाता है। लवलीना ने कहा कि यह मेरे प्रशिक्षण में बाधा डालता है और मुझे बहुत सारी कठिनाइयों और मानसिक प्रताड़नाओं में डालता है।
उन्होंने ट्वीट में लिखा ‘मैं नहीं चाहती कि राजनीति मेरे राष्ट्रमंडल खेलों को बर्बाद करे’ “अब, मेरी कोच संध्या गुरुंग जी कॉमनवेल्थ विलेज से बाहर हैं क्योंकि उन्हें प्रवेश की अनुमति नहीं है और खेलों से आठ दिन पहले मेरा प्रशिक्षण रोक दिया गया है। मेरे कई बार अनुरोध करने के बावजूद मेरे दूसरे कोच को भारत वापस भेज दिया गया है। मुझे समझ नहीं आता कि मुझे अपने खेल पर कैसे ध्यान देना चाहिए। इस स्थिति ने पिछली विश्व चैंपियनशिप के दौरान भी मेरे प्रदर्शन को बर्बाद कर दिया था। मैं नहीं चाहती कि यह राजनीति मेरे राष्ट्रमंडल खेलों को भी बर्बाद कर दे। मुझे उम्मीद है कि मैं इस राजनीति से बाहर निकल सकती हूं और अपने देश के लिए पदक जीत सकती हूं। जय हिन्द।
“उधर कांग्रेस लीडर प्रियंका गांधी ने भी लवलीना के सपोर्ट में ट्वीट किया है। प्रियंका ने लिखा, ‘लवलीना हमारे राष्ट्र के लिए एक संपत्ति है, उन्हें हर तरह से प्रोत्साहित और समर्थन किया जाना चाहिए। मुझे उम्मीद है कि सरकार उनकी शिकायत पर गौर करेगी और उन्हें हो परेशानी को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करेगी’