सोनिया गांधी के समर्थन में महुआ मोइत्रा ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को लिया निशाने पर !

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की लोकसभा में गुरुवार को हुई नोकझोंक के बाद तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने सोनिया का बचाव करते हुए कहा कि 75 साल की नेता को लोकसभा में घेर लिया गया। अधीर रंजन चौधरी ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में भारत की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति मुर्मू को ‘राष्ट्रपत्नी’ कहकर संबोधित किया था। इस पर विवाद शुरू हो गया है और संसद के दोनों सदनों में भाजपा सदस्यों ने इस मामले को लेकर हंगामा किया।

जैसा कि वित्त मंत्री और राज्यसभा सांसद निर्मला सीतारमण ने सोनिया गांधी पर लोकसभा के अंदर आक्रामक होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हमारे कुछ लोकसभा सांसदों को खतरा महसूस हुआ जब सोनिया गांधी हमारी वरिष्ठ नेता रमा देवी के पास यह जानने के लिए आईं कि क्या हो रहा था, इस दौरान हमारा एक सदस्य वहां पहुंचा और उन्होंने (सोनिया गांधी) कहा “आप मुझसे बात मत करो”। इस पूरे प्रकरण की गवाह रहीं टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने केंद्रीय मंत्री के बयान पर कहा कि संसद में खतरा महसूस करना लोकतंत्र है

मोइत्रा ने ट्वीट किया, ”उस समय मैं लोकसभा में थी जब 75 वर्षीय वरिष्ठ नेता को इस तरह घेर लिया गया जिस तरह झुंड में घेरा जाता है। उनके सामने टोकाटोकी की गयी। यह सब उस वक्त किया गया जब वह एक और वरिष्ठ महिला नेता जो पीठासीन सभापतियों के पैनल में हैं, की तरफ गयीं और उनसे बात की (मास्क पहने हुए)।”

मोइत्रा ने कहा, ”प्रेस में भाजपा के झूठे बयान पढ़कर व्यथित हूं।” इससे पहले एक ट्वीट में मोइत्रा ने कहा था, ”लोकसभा में सारे नियम हमेशा विपक्ष के लिए ही होते हैं। आज जैसे ही लोकसभा की बैठक शुरू हुई और लोकसभा अध्यक्ष कहते कि बैठिए, तभी भाजपा ने 10 मिनट तक माइक पर कब्जा रखा और आक्षेप लगाए। अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग मानदंड।” मोइत्रा ने कहा कि अफसोस है कि माननीय वित्त मंत्री ने पहले दिन संसद में मूल्य वृद्धि और जीएसटी को नजरअंदाज कर दिया और इसके बजाय योजनाबद्ध तबाही पर ध्यान केंद्रित किया। मैडम – आजकल संसद में केवल एक ही खतरा है, वह है लोकतंत्र।”

भाजपा ने और सरकार के मंत्रियों ने इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से माफी मांगने की मांग की है। इसी मुद्दे पर लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे के कुछ ही देर बाद जब दोबारा स्थगित कर दी गयी तो सोनिया गांधी सत्तापक्ष की सीटों की तरफ गयीं और उन्होंने भाजपा सांसद रमा देवी से पूछना चाहा कि इस विवाद में उनका नाम क्यों खींचा जा रहा है। इसी दौरान स्मृति ईरानी भी सोनिया गांधी के नजदीक पहुंचकर वस्तुत: चौधरी के बयान का विरोध करती दिखीं। पहले तो सोनिया ने स्मृति ईरानी को अनदेखा करने का प्रयास किया, लेकिन कुछ ही क्षण बाद उन्हें केंद्रीय मंत्री की ओर रुख करके नाराजगी भरे स्वर में कुछ कहते देखा गया।

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