गुजरात मे बागियों ने बढ़ाया BJP का परेशानी, कई नेताओं ने किया निर्दलीय लड़ने का ऐलान !

गुजरात विधानसभा चुनाव के बीच भाजपा के पांच नेताओं ने अपनी ही पार्टी से बगावत कर ली है। सीट बंटवारे को लेकर असंतुष्ट नेताओं में एक ने तो निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन पत्र भी दाखिल कर दिया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चार अन्य विधायकों ने भी निर्दलीय रूप से चुनाव में उतरने की मंशा व्यक्त है। भाजपा के बागी नेताओं में एक मौजूदा विधायक भी शामिल हैं।

182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा के लिए चुनाव दो चरणों में एक और पांच दिसंबर को होंगे। भाजपा ने अब तक कुल 182 में से 166 विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं। वहीं गुजरात विधानसभा चुनाव के बीच भाजपा को अपने ही नेताओं से बगावत की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। पार्टी से असंतुष्ट पांच नेताओं ने निर्दलीय लड़ने की धमकी दी है। इनमें से कुछ असंतुष्ट नेताओं ने कहा है कि वे कोई भी निर्णय लेने से पहले अपने समर्थकों से सलाह लेंगे। वहीं भाजपा के पूर्व विधायक और पार्टी के जाने-माने आदिवासी चेहरे हर्षद वसावा ने नंदोद सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल भी कर दिया है। हर्षद वसावा वर्तमान में गुजरात भाजपा के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं। वे इससे पहले 2002 से 2007 तक और फिर 2007 से 2012 तक राजपीपला सीट से विधायक रह चुके हैं।

भाजपा ने इस बार नंनोद सीट से डॉ दर्शना देशमुख को सीट से मैदान में उतारने की घोषणा की है। इससे वसावा असंतुष्ट हैं और उन्होंने भाजपा में अपने पद से इस्तीफा देने के बाद शुक्रवार को नंदोद सीट के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद वसाव ने कहा, ‘यहां असली बीजेपी और डुप्लीकेट बीजेपी है। हम उन लोगों को बेनकाब करेंगे, जिनके पास प्रतिबद्ध कार्यकर्ता हैं। मैंने अपना इस्तीफा पार्टी को भेज दिया है। इस क्षेत्र के लोग जानते हैं कि 2002 और 2012 के बीच एक विधायक के रूप में मैंने कितना काम किया है”।

कर्जन में भाजपा के पूर्व विधायक सतीश पटेल भाजपा द्वारा मौजूदा विधायक अक्षय पटेल को दोहराने के फैसले से नाखुश हैं। अक्षय पटेल ने 2017 में इस सीट से कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल की थी। वह 2020 में भाजपा में शामिल हुए थे। जिसके बाद उपचुनाव जीतकर वो विधायक बने थे।

वहीं वडोदरा की एक सीट पर मौजूदा और दो पूर्व भाजपा विधायक टिकट कटने के बाद पार्टी से नाराज चल रहे हैं। उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने की धमकी दी है। वाघोड़िया से छह बार के विधायक मधु श्रीवास्तव को इस बार भाजपा ने टिकट नहीं दिया है। बीजेपी प्रत्याशियों की सूची को लेकर मधु ने कहा कि अगर उनके समर्थक चाहेंगे तो वो निर्दलीय के रूप उम्मीदवार के रुप में चुनाव लड़ेंगी। मधु श्रीवास्तव की जगह इस बार बीजेपी ने इस सीट से अश्विन पटेल को उतारा है। वहीं वड़ोदरा जिले की पड़रा सीट से भाजपा के एक अन्य पूर्व विधायक दिनेश पटेल उर्फ दीनू मामा ने भी कहा है कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। बीजेपी ने इस बार पड़रा सीट से चैतन्यसिंह जाला को मौका दिया है।

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