राजस्थान में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में जारी भारत जोड़ो यात्रा के बीच पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव जयराम रमेश ने सीएम फेस को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि अधिकांश मौकों पर चुनाव से पहले मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा नहीं करने की पार्टी की परंपरा है. वहीं इससे पहले पार्टी के नवनियुक्त राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सचिन के पक्ष में बयान देकर सबको चौंका दिया था.
दरअसल, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इस बात का जिक्र एक सवाल के जवाब में किया है. उन्होंने यह पूछे जाने पर कि अगामी राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस किसी महिला को मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में उतारेगी, इसके जवाब में उन्होंने कहा कि अधिकांश मौकों पर कांग्रेस की चुनाव से पहले मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा नहीं करने की परंपरा है. अब उनके इस बयान से इस बात के संकेत लगाए जा रहे हैं कि क्या कांग्रेस इस बार भी सीएम फेस के बगैर ही विधानसभा चुनाव लड़ेगी. इसके अलावा, उन्होंने राजस्थान में पार्टी नेताओं के बीच जारी खींचतान को लेकर कहा कि चुनाव व्यक्तियों के बीच में कोई ‘सौंदर्य प्रतियोगिता’ नहीं है. यह अलग-अलग दलों, उनकी विचारधाराओं, घोषणा पत्रों से लड़ा जाता है.
इससे पहले राजस्थान कांग्रेस के नवनियुक्त प्रभारी और पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सचिन पायलट के पक्ष में बयान देकर खलबली मचा दी थी. एसएस रंधावा का यह बयान कांग्रेस के नेताओं व कार्यकर्ताओं के लिए चौंकाने वाला है. उन्होंने कहा कि सचिन पायलट के खून और दिमाग में कांग्रेस है. उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब प्रदेश के सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच में सुप्रीमेसी को लेकर सियासी तकरार चरम पर है. उनके इस बयान से राजस्थान कांग्रेस में नये सिरे से सियासी तूफान ला सकता है और गुटबाजी को बढ़ावा मिल सकता है.
बता दें कि राजस्थान विधानसभा चुनाव नवंबर-दिसंबर 2023 में प्रस्तावित है. आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से पार्टी के अंदर खींचतान चरम पर है. पांच साल पहले संपन्न विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को सियासी पटखनी देकर सत्ता में वापसी की थी.