कांग्रेस के कद्दावर नेता और राज्यसभा सांसद अहमद पटेल के निधन से राजनीतिक जगत में शोक की लहर है। कांग्रेस के लिए ये एक बड़ी क्षति है क्योंकि अहमद पटेल कांग्रेस में गांधी परिवार के बाद सबसे मजबूत शख्सियत माने जाते थे।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के पटेल के निधन को निजी क्षति करार दिया है।
सोनिया ने कहा की मैंने एक अपरिवर्तनीय कॉमरेड, एक वफादार सहयोगी और एक दोस्त खो दिया है।
बता दें कि सोनिया गांधी तबीयत खराब होने की वजह से इन दिनों दिल्ली से बाहर हैं और गोवा में स्वास्थ्य लाभ ले रही हैं. ऐसी चर्चा है कि तबीयत ठीक नहीं होने के कारण सोनिया गांधी अहमद पटेल की अंतिम यात्रा में शामिल नहीं हो पाएंगी।
सोनिया गांधी ने ट्विटर पर अहमद पटेल के लिए एक लंबा नोट लिखा है. उन्होंने लिखा, ‘अहमद पटेल के रूप में मैंने एक सहयोगी को खो दिया है, जिसका पूरा जीवन कांग्रेस पार्टी को समर्पित था।
उनकी ईमानदारी और समर्पण, अपने कर्तव्य के प्रति उनकी प्रतिबद्धता, वह हमेशा मदद करने के लिए तैयार रहते थे. उनकी उदारता दुर्लभ गुण थे, जो उन्हें दूसरों से अलग करते थे।
सोनिया ने आगे लिखा, ‘मैंने एक अपरिवर्तनीय कॉमरेड, एक वफादार सहयोगी और एक दोस्त खो दिया है. मैं उनके निधन पर शोक व्यक्त करती हूं और मैं उनके शोक संतप्त परिवार के लिए संवेदनाएं व्यक्त करती हूं।
अहमद पटेल ने वर्षों तक सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार के तौर पर काम किया और माना जाता है कि वह उनके द्वारा लिए गए हर महत्वपूर्ण निर्णय का हिस्सा थे।
अहमद पटेल एक महीना पहले कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे. इसके बाद उनका गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था, अहमद पटेल 15 नवंबर से आईसीयू में भर्ती थे, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें नहीं बचाया जा सका. बुधवार सुबह साढ़े तीन बजे उन्होंने आखिरी सांसें ली।
अहमद पटेल के निधन पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भावुक ट्वीट में लिखा कि ये एक दुखद दिन है. श्री अहमद पटेल कांग्रेस पार्टी के एक स्तंभ थे. उन्होंने कांग्रेस पार्टी को जिया और सबसे कठिन समय में पार्टी के साथ खड़े रहे. वो अतिमहत्वपूर्ण थे. हम उन्हें याद करेंगे. फैसल, मुमताज और परिवार को मेरा प्यार और संवेदनाएं।