कॉकपिट में केवल महिला चालक दल की सदस्यों वाली एअर इंडिया की सैन फ्रांसिस्को-बेंगलुरु उड़ान ऐतिहासिक यात्रा को पूरा कर इतिहास रच दिया है। यह उड़ान उत्तरी ध्रुव के ऊपर से होते हुए और अटलांटिक मार्ग से कर्नाटक की राजधानी पहुंची। महिला पायलटों का यह दल अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को से उड़ान भरने के बाद नॉर्थ पोल से होते हुए बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंची। इस यात्रा के दौरान करीब 16,000 किलोमीटर की दूरी तय की गई।
इस मौके पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा “उत्तरी ध्रुव पर सैन फ्रांसिस्को से बेंगलुरु तक एयर इंडिया की सबसे लंबी उड़ान पूरी करने के लिए सभी महिला कॉकपिट क्रू को बधाई।आपने देश को गौरवान्वित किया है।”
वहीं इन दलों के भारत में लैंडिंग से पहले एयर इंडिया ने ट्वीट कर लिखा, “वेलकम होम, हमें आप सभी पर गर्व है। हम AI176 के यात्रियों को भी बधाई देते हैं, जो इस ऐतिहासिक सफर का हिस्सा बने।”
वहीं इस विमान की खासियत थी कि इस विमान को महिला पायलट ही चला रहे थे, जिनमें कैप्टन जोया अग्रवाल, कैप्टन पापागरी तनमई, कैप्टन शिवानी और कैप्टन आकांक्षा सोनवरे शामिल थीं। इस विमान को की अगुवाई कैप्टन जोया अग्रवाल कर रही थीं।
बंगलुरु लैंडिंग के बाद जोया अग्रवाल ने कहा कि आज हमने न केवल नार्थ पोल पर उड़ान भरकर, बल्कि केवल महिला पायलटों द्वारा इसे सफलतापूर्वक करके एक विश्व इतिहास रचा है। हम इसका हिस्सा बनकर बेहद खुश और गर्व महसूस कर रहे हैं। इस मार्ग ने 10 टन ईंधन बचाया है।”
पापागरी तनमई, कैप्टन आकांक्षा सोनवरे और कैप्टन शिवानी मन्हास।
एयर इंडिया ने ट्वीट किया, ”इसकी कल्पना कीजिए: -सभी महिला कॉकपिट सदस्य- भारत आने वाली सबसे लंबी उड़ान- उत्तरी ध्रुव से गुजरना और यह सब हो रहा है! रिकॉर्ड टूट गए। एआई-176 द्वारा इतिहास रचा गया। एआई-176, तीस हजार फुट की ऊंचाई पर उड़ान भर रहा है।”