
भारतीय जनता पार्टी के द्वारा विधायकों की खरीद फरोख्त पर गुरुवार को वायरल हुए ऑडियो से पुख्ता मोहर लग गई है। छत्तीसगढ़ की रमन सरकार के बेहद करीबी माने जाने वाले बाबा और कांग्रेस विधायक के बीच इस ऑडियो बातचीत से सियासी गलियारों में तूफान मच गया है।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी पर कांग्रेस के विधायक की खरीद-फरोख्त के प्रयास का बुधवार को आरोप लगाया और आपराधिक प्रकरण दर्ज करते हुए भाजपा की मान्यता रद्द करने की मांग की है। कांग्रेस ने बुधवार को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से शिकायत की कि भाजपा और उसके कार्यकर्ताओं, मुख्यमंत्री तथा अन्य मंत्रियों के द्वारा कांग्रेस के विधायक और कार्यकर्ताओं की खरीद-फरोख्त के प्रयास किए जा रहे हैं। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से मांग की है कि इस मामले में अपराधिक प्रकरण दर्ज करते हुए भाजपा की मान्यता रद्द की जाए। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को सौंपे पत्र में प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग की सदस्य किरणमयी नायक ने कहा है कि समाचार पत्रों के माध्यम से और पार्टी के विधायक चिंतामणी महाराज के माध्यम से इस बात का खुलासा हो चुका है कि भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री रमन सिंह, उनके गृह मंत्री रामसेवक पैकरा और कंबलवाले बाबा अवैधानिक रूप से करोड़ों रूपए की पेशकश कर कांग्रेस के विधायक चिंतामणी महाराज को भारतीय जनता पार्टी में प्रवेश करने के लिए प्रलोभन दे रहे हैं।
छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री रामसेवक पैकरा के शुगर की बीमारी का इलाज करने वाले कंबल बाबा और कांग्रेस विधायक चिंतामणि महाराज के बीच बातचीत का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
जिसमें कंबल बाबा कांग्रेस विधायक चिंतामणि महाराज को बीजेपी में आने के लिए ऑफर देते हुए सुनाई दे रहे हैं। हालांकि इसी ऑडियो में यह भी सुनाई दे रहा है कि कांग्रेस विधायक ने बाबा के ऑफर को ठुकराते हुए बीजेपी में शामिल होने से साफ मना कर दिया। कांग्रेस विधायक चिंतामणि महाराज ने कंबल बाबा से बातचीत की पुष्टि भी की है।
कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष ही BJP में हुए शामिल, लोग एनडीटीवी के मुताबिक, वॉयरल ऑडियो में कंबल बाबा कांग्रेस विधायक चिंतामणि महाराज से कह रहे हैं कि बीजेपी में शामिल हो जाइए चुनाव लड़ाने और मंत्री बनाने की पूरी शर्त है, आपका कोई खर्च नहीं लगेगा। कंबल बाबा के ऑफर को सुनने के बाद कांग्रेस विधायक चिंतामणि महाराज ने कहा कि मैं कांग्रेस के साथ विश्वासघात नहीं कर सकता।
कांग्रेस विधायक ऑडियो में कंबल बाबा से ये कहते हुए सुनाई दे रहे हैं, “नहीं सुनिए हम तो महाराजा साहब को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं, फिर हम मंत्री बनें न बनें हम विधायक सिर्फ बनें रहें उतना ही बहुत है।”
इस ऑडियो में रामदयाल उइके के बीजेपी शामिल होने पर भी बात हुई है। इसमें कंबल बाबा को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि उइके का सौदा 10 करोड़ के साथ ही मंत्री पद की शर्त पर फाइनल हुआ है।
“कांग्रेस विधायकों को 10 करोड़ देने का प्रलोभन भाजपा दे रही है, सवाल यह है कि इतने पैसे कोई अपने घर से तो देगा नहीं। यकीनन भ्रष्टाचार कर जनता से लूटे पैसों का प्रयोग हो रहा है।”
पिछले दिनों छत्तीसगढ़ कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रामदयाल उइके कांग्रेस छोड़कर अमित शाह और सीएम रमन सिंह की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हो गए। रामदयाल उइके को बीजेपी में शामिल करने के लिए बीजेपी ने रामदयाल को 10 करोड़ रुपए दिए और मंत्री पद का वादा किया है।
भाजपा ने यही काम मणिपुर और गोवा में भी किया था और कर्नाटका में भी कांग्रेस और जेडीएस के विधायक खरीदने की नाकाम कोशिश की गई थी।