
2021 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए असम में 80 सीटें जीतने का लक्ष्य तय किया है। कांग्रेस ने सोमवार को लोगों के साथ फिर से संपर्क साधने पर ध्यान केंद्रित करने का फैसला लिया।
असम विधानसभा में कांग्रेस के अभी 25 विधायक हैं. वहीं भाजपा के 61 और उसके सहयोगी असम गण परिषद तथा बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट के क्रमश: 14 और 12 सदस्य हैं इसके अलावे सदन में एआईयूडीएफ के 13 सदस्य हैं और एक निर्दलीय सदस्य भी है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री तरूण गोगोई ने कहा,’हमने 2021 के लिए ‘मिशन 80’ का लक्ष्य रखा है और इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए हम काम करना शुरू करेंगे।
गोगोई ने कहा यह एक कठिन चुनौती है और आसान नहीं है लेकिन हम इसके लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि 2021 में फिर से सत्ता में आने के लिए मुख्य रणनीति लोगों के साथ संपर्क स्थापित करना और बूथ समितियों को मजबूत बनाना है। हाल ही में आयोजित कार्यकारिणी की एक बैठक में यह निर्णय लिया गया।
गोगोई से जब यह पूछा गया कि ‘मिशन 80′ के लक्ष्य का नेतृत्व कौन करेंगे तो उन्होंने कहा, ”मैं आगे बढ़कर नेतृत्व करूंगा.’ हालांकि उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में किसी को चेहरा बताए जाने से बचते हुए कहा कि अगले दो वर्षों में नए नेता भी उभरेंगे।
हाल ही में सम्प्पन हुए लोकसभा चुनाव में असम की 14 लोकसभा सीटों में बीजेपी को 9 और कांग्रेस को 3 सीटें मिली हैं। इसके अलावा एक सीट पर एआईयूडीएफ और एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार को जीत मिली।