अयोध्या जमीन विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला सुना दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने सर्वसम्मति से शिया वक्फ बोर्ड और निर्मोही अखाड़े के दावे को खारिज कर दिया। सर्वोच्च अदालत ने फैसले में विवादित जमीन को रामलला विराजमान को देने का फैसला किया। साथ ही कोर्ट ने सुन्नी वक्फ बोर्ड को दूसरे स्थान पर 5 एकड़ जमीन देने का फैसला सुनाया। सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रियाएं लगातार आ रही हैं।
फैसला आने के बाद से ही लगातर इस पर प्रतिक्रिया का दौर जारी है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी के तरफ से भी इसको लेकर प्रतिक्रिया आई है और कहा गया कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ गया है, हम राम मंदिर निर्माण के पक्ष में हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करती है।
इस फैसले के बाद कांग्रेस कार्यसमिति के तरफ से भी बयान जारी कर फैसले का सम्मान करने की बात कही गई है।
कांग्रेस कार्यसमिति ने अपने बयान में कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का सम्मान करती है।
हम सभी सम्बंधित पक्षो एवं सभी समुदायों से निवेदन करते हैं कि भारत के संविधान में स्थापित “सर्वधर्म समभाव” तथा भाईचारे के उच्च मूल्यों को निभाते हुए अमन-चैन के वातावरण को बनाए रखें।
हर भारतीय की जिम्मेदारी है कि हम सब देश की सदियों पुरानी परस्पर सम्मान और एकता की संस्कृति व परंपरा जीवंत रखें
इस फैसले का हर तरफ स्वागत किया जा रहा है और साथ ही सभी देश मे अमन और शांति बनाए रखने की भी अपील कर रहे हैं।