बढ़ती महंगाई को लेकर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कटघरे में खड़ा किया है. प्रियंका ने एक साल में खाद्य पदार्थों की बढ़ी हुई कीमतों का जिक्र करते हुए केंद्र पर तंज कसा है।
प्रियंका ने एक खबर को ट्वीट किया है, जिसमें लिखा है कि एक साल में खाद्य तेलों के दाम 52 फीसदी बढ़े. एक और तस्वीर प्रियंका ने अपने ट्वीट में शेयर की है, जिसमें दालें महंगी होने का जिक्र किया गया है. प्रियंका ने ट्वीट के जरिए तंज कसते हुए लिखा, वे “आप आम कैसे खाते हैं” जैसे सवालों के आदी हैं, इसलिए बढ़ती महंगाई जैसे आमजनों को परेशान करने वाले सवालों पर संसद में चर्चा करने से डरते हैं।
राहुल गांधी ने एक दिन पहले ही बढ़ती महंगाई के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, ‘सब सामान महंगा होता जा रहा है- उपभोक्ता परेशान हैं, लेकिन क्या इसका थोड़ा भी फ़ायदा छोटे उत्पादक, दुकानदार या किसान को हो रहा है? नहीं! क्योंकि ये महंगाई असल में मोदी सरकार की अंधाधुंध टैक्स वसूली है।
वहीं कांग्रेस ने भी आज ट्वीट करते हुए लिखा ‘बहुत हुई महंगाई की मार, अबकी बार मोदी सरकार’ का नारा भी जुमला साबित हुआ. मोदी सरकार के दौरान महंगाई में बेतहाशा वृद्धि हो रही है, महंगाई आम जन की कमर तोड़ रही है. खाद्य तेलों ने जनता का तेल निकाल दिया है. मोदी सरकार महंगाई के मुद्दे पर गायब है, चर्चा करने से भाग रही है.
कांग्रेस लगातार बढ़ती महंगाई, पेगासस जैसे मुद्दों पर चर्चा के लिए संसद में सरकार पर दवाब बना रही है. संसद के मानसून सत्र में एक दिन भी ठीक से कामकाज विपक्ष के हंगामें के चलते नहीं चल सका है. जहां एक ओर विपक्ष लगातार जनता के मुद्दों की सदन में चर्चा नहीं कराने का सरकार पर आरोप लगा रही है, वहीं सरकार कह रही है कि विपक्ष हंगामा करके कामकाज नहीं होने दे रहा।