मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बाड़मेर के जसोल में पांडाल हादसे के हताहतों के परिजनों से मुलाकात की. सीएम गहलोत ने घटनास्थल पर पहुंचकर अधिकारियों से हादसे की जानकारी ली. इस दौरान मंत्री हरीश चौधरी सहित कई नेता उनके साथ रहे. सीएम ने हादसे में मृतकों के परिजनों से मिलकर उन्हे ढांढस बंधाया. इसके बाद सीएम ने अस्पताल पहुंचकर हादसे में घायलों से भी कुशलक्षेम पूछीके बाद सीएम ने मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बालोतरा में राम कथा के दौरान हादसे को लेकर कमिश्नर स्तर पर जांच के आदेश दिए है. साथ ही सीएम ने भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए एडवाइजरी जारी करने की प्लानिंग करने की बात कही है. साथ ही इस दौरान उन्होंने मामले में आरोपियों को सजा देने की भी बात कही. सीएम ने कहा कि किसी ने नहीं सोचा था कि रामकथा सुनने जाएंगे और वहां ऐसा हादसा हो जाएगा. ऐसे में सरकार की प्राथमिकता रहेगी कि पीड़ित लोगों और परिवारों को कोई परेशानी न हो. इस दौरान चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने भी घायलों को बेहतर इलाज देने की बात कही.
रविवार को जसोल में दोपहर बाद लगभग साढ़े तीन बजे कथा वाचक मुरलीधर महाराज प्रवचन दे रहे थे और अचानक उसी दौरान पाड़ांल गिरने से 14 लोगों की मौत हो गई. वहीं एक घायल की आज अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई. हादसे में 70 से अधिक लोग घायल हो गए.
मुख्यमंत्री गहलोत ने हादसे के बाद गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए जोधपुर के संभागीय आयुक्त बीएल कोठारी को घटना की जांच के निर्देश दिए. गहलोत ने इस हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस, प्रशासन, आपदा प्रबन्धन एवं चिकित्सा अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के उचित निर्देश दिए. उन्होंने आदसे के मृतकों के आश्रितों को 5-5 लाख रुपए की सहायता राशि देने के निर्देश दिए. हादसे में घायलों को भी अधिकतम 2 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी.