लगातार एनडीए के बिखराव के बाद अब बीजेपी अपनी बगावत को भी नही रोक पा रही है बीजेपी के आडवाणी बैलट से माने जाने वाले कीर्ति आजाद ने भी अब बीजेपी छोडने का मन बना लिया है वो काफी समय से निष्कासित चल रहे है
कीर्ति आजाद 15 फरवरी को कांग्रेस पार्टी में शामिल हो रहे हैं। हालांकि ,उनके शामिल होने के बाद असल सवाल यह उठ रहा है कि वह किस सीट से चुनाव लड़ेंगे। 2014 के आम चुनाव में वह बिहार के दरभंगा लोकसभा सीट से चुने गए थे। लेकिन इस बार उस सीट पर पहले से ही कई दावेदार खड़े हैं।महागठबंधन की सहयोगी वीआईपी पार्टी केमुकेश सहनी ने पहले ही दरभंगा सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। कीर्ति आजाद के दिल्ली के किसी लोकसभा सीट से भी चुनाव लड़ने की खबरें आईं लेकिन आजाद के करीबियों के अनुसार दिल्ली से चुनाव लड़ने की कोई संभावना नहीं है।
कीर्ति आजाद के बाद अगले हफ्ते ही बिहार के बाहुबली नेता अनंत सिंह भी कांग्रेस में शामि7ल होंगे। इसके अलाव पूर्णिया से बीजेपी के नेता उदय सिंह भी कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। उधर, कांग्रेस के सीनियर नेता रामयतन सिन्हा के अलावा 2 और पार्टी नेताओं के बीजेपी और जेडीयू में शामिल होने की भी खबर आ रही है।
इस उठापठक के बीच महागठबंधन नेताओं ने संकेत दिया कि 15 फरवरी के तुरंत बाद सीटों का बंटवारा हो जाएगा। हालांकि, अभी भी कम से कम एक दर्जन सीटों पर मामला फंसा हुआ है। कांग्रेस 12 से कम सीट पर किसी भी सूरत में मानने से इनकार कर रही है। वहीं, आरजेडीने अब यह भी फार्म्युला दिया है कि आरजेडी-कांग्रेस 20-20 सीट बांटे लें। सहयोगियों को सीट देने की जिम्मेदारी कांग्रेस की होगी और आरजेडी 20 सीटों पर लड़ेगी। उधर एनडीए में बीजेपी, रामविलास पासवान और नीतीश कुमार के बीच सीटों का बंटवारा पहले ही हो चुका है और कौन सी पार्टी किस सीट पर लड़ेगी इसका ऐलान भी जल्द हो जाएगा। सूत्रों के अनुसार एनडीए में 2-3 सीट पर टकराव बना हुआ कि कौन सी पार्टी वहां से लड़ेंगी।
कीर्ति आजाद का पार्टी छोडना बीजेपी के लिये बडा झटका माना जा सकता है कांग्रेस लगातार आक्रामक अंदाज में है जिससे कई बीजेपी के नेता कांग्रेस के संपर्क में है, कीर्ति आजाद का कांग्रेस में आना बिहार ही नही बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी मज़बूती मिलने जैसा हैं