गोवा में सियासी करवटें हर दिन बदल रही है पहले कांग्रेस के विधायको का बीजेपी में शामिल होना और अब बीजेपी को समर्थन कर रहे गोवा फॉरवर्ड पार्टी ने अपना समर्थन वापस ले लिया।
गोवा में जिस तरह से हाल ही में कांग्रेस के 10 विधायकों ने बागी तेवर दिखाते हुए भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा, उसके बाद प्रदेश में भाजपा के सहयोगी दल ने अपना समर्थन भाजपा सरकार से वापस ले लिया है।
गोवा फॉरवर्ड पार्टी ने राज्यपाल मृदुला सिन्हा को पत्र लिखककरक प्रदेश की भाजपा सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। गोवा फॉर्वर्ड पार्टी की ओर से यह फैसला रविवार को पार्टी की बैठक के बाद लिया गया।
प्रमोद सावंत सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे विजय सरदेसाई ने अपनी सभी विधायकों समेत सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। जीएफपी के पास कुल तीन विधायक थे, तीनों ने सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है
ये तीनों ही विधायक मंत्रिमंडल में शामिल थे, लेकिन अब इनकी जगह हाल ही में भाजपा में शामिल हुए कांग्रेस के विधायकों ने ले ली है। बता दें कि गोवा विधानसभा में कुल 40 सीटें हैं। 10 कांग्रेस विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बाद भाजपा के पास कुल 27 विधायक हो गए हैं।
इससे पहले पूर्व उप-मुख्यमंत्री विजय सरदेसाई ने आरोप लगाया है कि सत्तारूढ़ सरकार राज्य के दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर की विरासत को खत्म करना चाहती है। विजय सरदेसाई ने शनिवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी में कांग्रेस के 10 विधायकों को शामिल करने से दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की ‘विरासत की मौत’ हो गई है। उन्होंने कहा कि गठबंधन की सरकार को बनाने उन्होंने क्षेत्रीय दलों को साथ लाए थे।
माना जा रहा है कि भले ही बीजेपी ने 10 विधायको को कांग्रेस में शामिल कर अपनी सरकार को मजबूत कर लिया हो पर जिस तरह गठबंधन के दलों ने और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के पुत्र ने बीजेपी के खुलाफ़ बिगुल फूंका है वो बीजेपी के लिए आने वाले समय मे बड़ी परेशानी खड़ी कर सकती है। बीजेपी के कई विधायक भी इस बात से नाराज माने जा रहे हैं कि वो लोग पार्टी से लंबे समय से जुड़े हैं फिर भी उन्हें मंत्रिमंडल में जगह नही मिला जबकि नए लोगो को शामिल कर लिया गया।