पहले के ही तरह फिर एक बार महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना में खींचतान बढ़ गई है। आगमी विधानसभा चुनाव में सीट के बंटवारों को लेकर दोनो पार्टी फिर एक बार आमने सामने है और दोनो सीट बंटवारा सही से ना होने पर अकेले चुनाव लड़ने की बात करना शुरू कर दी है।
वैसे जब भी चुनाव सामने आता है BJP शिवसेना के बीच सीटों को लेकर खींचतान बढ़ जाती है. लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा चुनाव आखिरी वक्त तक जमकर नौटंकी होती है और आखिरी वक्त में छोटे भाई और बड़े भाई के बीच संतुलन आखिरकार बन ही जाता है. और इस बार भी पूर्व की भांति वही घटनाक्रम चल रहा है।
लोकसभा चुनाव के समय सीटों पर बीजेपी-शिवसेना के बीच चर्चा हुई थी. उद्धव ठाकरे ने याद दिलाया कि अमित शाह ने उन्हें कहा था कि विधानसभा चुनाव में 50-50 के फॉर्मूले पर चुनाव लड़ेंगे. ऐसे में अब बीजेपी की वादा खिलाफी शिवसेना को बढ़त दिला सकती है. हालांकि उद्धव ठाकरे ने सूबे में अपने सभी कार्यकर्ताओं से सभी सीटों पर लड़ने के लिए तैयार रहने को कहा है.
महाराष्ट्र में किसी भी समय विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा हो जाएगी लेकिन बीजेपी-शिवसेना गठबंधन में सीट बंटवारे का पेंच अब भी फंसा है. हालांकि दोनों ही पार्टियों के प्रमुख लगातार गठबंधन बरकरार रहने का दावा जरुर कर रहे हैं. लेकिन बंद कमरे में होनेवाली बैठकों में दोनों ही पार्टी के नेता अपने-अपने कार्यकर्ताओं को अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी करने के निर्देश भी दे रहे हैं.
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से हमारी 50-50 फ़ॉर्मूले की बात हुई थी. मुझे आशा है कि दिया हुआ वचन बीजेपी पूरा करेगी. लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने मुझे नहीं तो स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे को शब्द दिया था.’
बीजेपी भले ही अकेले सत्ता हासिल करने का दम भर रही हो. लेकिन उसे पता है कि साल 2014 की शिवसेना और आज की शिवसेना में काफी अंतर है. आज शिवसेना भी अकेले चुनाव लड़ने पर बेहतर प्रदर्शन कर सकती है. 174-114 के फॉर्मूले के बाद अब नया प्रस्ताव शिवसेना के सामने रखा गया है. इसके मुताबिक बीजेपी 155, शिवसेना 120 और अन्य को 13 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
अब देखना होगा कि बीजेपी झुकती है या फिर शिवसेना ही कुछ सीटों को लेकर मान जाती है है फिर शिवसेना और बीजेपी अलग-अलग चुनाव लड़ती है। महाराष्ट्र में इसी साल चुनाव होना है और लोकसभा चुनाव में इस गठबंधन ने काफी बेहतर प्रदर्शन किया था।