
28 जनवरी को राजस्थान के रामगढ विधानसभा तथा हरियाणा की जिंद विधानसभा का उपचुनाव होना है जिसका चुनाव प्रचार का शोर थम चुका है एक तरफ कांग्रेस ने पूरी ताकत से चुनाव में प्रचार किया वही बीजेपी नीरस तथा हतोत्साहित नजर आयी
दोनो सीटो पर ऐसे लग रहा है मानो बीजेपी दूसरे तथा तीसरे नंबर की लडाई लड रही है राजस्थान में जहा मुकाबला त्रिकोणीय कांग्रेस बसपा तथा बीजेपी का है वही जिंद में कांग्रेस के मजबूत उम्मीदवार सुरजेवाला का बीजेपी तथा क्षेत्रीय दलो से है, माना जा रहा है जिंद में कांग्रेस की सीधी टक्कर क्षेत्रीय दलो से बीजेपी मैदान से ही बाहर हैं
आपको बता दे कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी रामगढ उपचुनाव मे कांग्रेस प्रत्याशी साफिया जुबेर खान के समर्थन मैं विशाल रैली कर वोट मांगे जिससे उन्हें जबरदस्त समर्थन भी मिला वही उडीसा के प्रभारी तथा अलवर के पूर्व सांसद भंवर जितेंद्र सिंह ने रामगढ विधानसभा मे सैकडो कार्यकर्ताओ को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई वही पूर्व बसपा प्रत्याशी के परिवार को भी कांग्रेस मे शामिल करवाया
वही जिंद मे भी कांग्रेस पूरी एकजुटता से चुनाव लडते हुए ब्राह्मण समाज तथा दलित समाज का समर्थन भी लिया जिससे कांग्रेस काफी मजबूत स्थिति में हैं
कुछ भी हो कांग्रेस पूरी तैयारी से चुनावी रण में है तो बीजेपी अपनी हार का सदमा लगाकर अभी तक बैठी है
बीजेपी ने चुनाव से पहले ही हार मान ली है?
28 जनवरी को राजस्थान के रामगढ विधानसभा तथा हरियाणा की जिंद विधानसभा का उपचुनाव होना है जिसका चुनाव प्रचार का शोर थम चुका है एक तरफ कांग्रेस ने पूरी ताकत से चुनाव में प्रचार किया वही बीजेपी नीरस तथा हतोत्साहित नजर आयी
दोनो सीटो पर ऐसे लग रहा है मानो बीजेपी दूसरे तथा तीसरे नंबर की लडाई लड रही है राजस्थान में जहा मुकाबला त्रिकोणीय कांग्रेस बसपा तथा बीजेपी का है वही जिंद में कांग्रेस के मजबूत उम्मीदवार सुरजेवाला का बीजेपी तथा क्षेत्रीय दलो से है, माना जा रहा है जिंद में कांग्रेस की सीधी टक्कर क्षेत्रीय दलो से बीजेपी मैदान से ही बाहर हैं
आपको बता दे कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी रामगढ उपचुनाव मे कांग्रेस प्रत्याशी साफिया जुबेर खान के समर्थन मैं विशाल रैली कर वोट मांगे जिससे उन्हें जबरदस्त समर्थन भी मिला वही उडीसा के प्रभारी तथा अलवर के पूर्व सांसद भंवर जितेंद्र सिंह ने रामगढ विधानसभा मे सैकडो कार्यकर्ताओ को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई वही पूर्व बसपा प्रत्याशी के परिवार को भी कांग्रेस मे शामिल करवाया
वही जिंद मे भी कांग्रेस पूरी एकजुटता से चुनाव लडते हुए ब्राह्मण समाज तथा दलित समाज का समर्थन भी लिया जिससे कांग्रेस काफी मजबूत स्थिति में हैं
कुछ भी हो कांग्रेस पूरी तैयारी से चुनावी रण में है तो बीजेपी अपनी हार का सदमा लगाकर अभी तक बैठी है