कांग्रेस और NCP से गठबंधन को लेकर उद्धव ठाकरे ने कही ये बात

महाराष्ट्र में अब तक सरकार का गठन नही हो पाया है। जिसके कारण राज्यपाल की अनुशंसा के बाद प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लग गया है। जिसे कांग्रेस , एनसीपी और शिवसेना ने गलत बताया है। प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगने के बाद भी सरकार गठन को लेकर शिवसेना , कांग्रेस और NCP से बात कर रही है।

दो अलग विचारधाराओं के गठबंधन को लेकर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि भाजपा ने भी जेडीयू, टीडीपी और पीडीपी के साथ सरकार बनाई हैं, ये पार्टियां भी वैचारिक तौर पर अलग-अलग राय रखती हैं, ऐसे में शिवसेना का कांग्रेस और एनसीपी से बात करना गलत नहीं है।

अपने विधायकों से मिलने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिवसेना प्रमुख ने कहा कि हमने भाजपा से रिश्ता खत्म नहीं किया है, बल्कि भाजपा ने रिश्ता खत्म किया है.

उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने हमें सरकार बनाने के लिए महज 24 घंटे का समय दिया जो बेहद कम समय है. कांग्रेस-एनसीपी से बात करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैंने सोमवार को पहली बार अधिकारिक तौर पर दोनों पार्टियों से बात की उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर हमारे बीच वैचारिक मतभेद हैं, इन पर बात करने के लिए ही हमें समय की जरूरत थी.

ठाकरे ने कहा, ‘भाजपा द्वारा सरकार बनाने से मना करने के बाद शिवसेना को 24 घंटे का समय देकर सरकार बनाने को कहा गया. गवर्नर की तरफ से मिली चिट्ठी मिली थी, जिसमें पूछा गया था कि क्या सरकार बनाना चाहते हैं. हमने कल गवर्नर से मुलाकात में कहा कि हम सरकार बनाना चाहते हैं, लेकिन हमने उनसे थोड़ा समय मांगा. हम अब भी सरकार बना सकते हैं. एनसीपी और कांग्रेस से बात चल रही है.

उन्होंने कहा, ‘जिस तरह कांग्रेस और एनसीपी को समय की जरूरत थी कुछ मुद्दों पर स्पष्टता के लिए, वैसे ही शिवसेना को भी कुछ मुद्दों पर बात करने के लिए समय की जरूरत थी. यही समय हमनें राज्यपाल से मांगा था. राज्यपाल ने हमें समर्थन जुटाने का भी वक्त नहीं दिया. हम अब भी सरकार बना सकते हैं, लेकिन हमें थोड़ा वक्त चाहिए.’

इस दौरान जब ठाकरे से विचारधारा के मुद्दे पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि बीजेपी ने भी जेडीयू, टीडीपी और पीडीपी के साथ सरकार बनाई हैं, ये पार्टियां भी वैचारिक तौर पर अलग-अलग राय रखती हैं. ऐसे में शिवसेना का कांग्रेस और एनसीपी से बात करना गलत नहीं है.

शिवसेना प्रमुख ने इस दौरान राष्ट्रपति शासन को लेकर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर भी तंज कसा. उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमने तो राज्यपाल से सरकार बनाने के लिए महज 48 घंटे का समय मांगा था, लेकिन वह इतने उदार हैं कि राष्ट्रपति शासन लगाकर उन्होंने हमें 6 महीने का समय दे दिया. इस दौरान जब ठाकरे से पूछा गया कि क्या अब बीजेपी से उनका संबंध खत्म हो गया है? इस पर उन्होंने कहा, ‘आप लोग इतना जल्दबाजी में क्यों हैं? यह राजनीति है. अब हमारे पास 6 महीने का समय है. बीजेपी के साथ का ऑप्शन बीजेपी ने खत्म किया है, मैंने नहीं किया है!

प्रदेश के सियासी नाटक और सभी दलों के बात से लग रहा है कि प्रदेश में अभी कुछ दिन और सियासी तापमान बढ़ा रहेगा। महाराष्ट्र में 24 अक्टूबर को नतीजा आने के बाद से ही लगातार सभी दल सरकार बनाने के लिए जोड़-तोड़ कर रही है।

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