देश में प्रसारित महामारी के चलते अनेक लोगों के रोजगार बुरी तरह प्रभावित हुए हैं । ऐसे में प्रदेश की गहलोत सरकार ने मनरेगा में रोजगार प्रदान कर मजदूर वर्ग के लोगों को राहत दिलाई हैं ।
कोरोना महामारी के साथ प्रदेश में पड़ रही भीषण गर्मी भी मनरेगा के मजदूरों के लिए आफत बनकर बरस रही हैं । इस भीषण गर्मी को देखते हुए गहलोत सरकार ने एक अहम फैसला लिया हैं । जिससे मनरेगा कर्मियों को राहत की सांस मिली हैं ।
गहलोत सरकार ने मनरेगा की समय सीमा को कम करते हुए 11.00 बजे तक कर दिया हैं प्रदेश में पड़ रही भीषण गर्मी के चलते यह फैसला लिया गया है इसके तहत मजदूर 11:00 बजे तक अपना काम खत्म कर घर जा सकेंगे ।
आपको बता दें कि गहलोत सरकार मनरेगा के तहत बड़ी संख्या में ग्रामीण इलाकों में लोगों को रोजगार उपलब्ध करवा रही है लेकिन भीषण गर्मी मजदूरों के लिए आफत बनी हुई है सरकार के इस ऐतिहासिक फैसले से मजदूरों को बहुत सहूलियत मिलेगी।
गौरतलब हैं कि कोरोना संकट के चलते स्थानीय लोगों के सामने रोजगार का संकट तो खड़ा ही था साथ ही बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर भी आ गए ऐसे में इनके रोजगार को लेकर गहलोत सरकार ने संवेदनशीलता दिखाते हुए सभी को रोजगार देना शुरू किया अब इन मजदूरों को गर्मी में भी राहत मिलना तय हैं