21 अक्टूबर को होने वाले हरियाणा और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी है इस चुनाव में कांग्रेस ने पुराने चेहरों के जगह नए चेहरों और युवाओं पर दांव लगाया है ताकि युवा नेता अपने जोश और जज्बे से अधिक से अधिक सीट पर जीत सुनिश्चित करें। कांग्रेस लोकसभा में मिली हार के बाद हर हाल में ये दोनों विधानसभा चुनाव जीतना चाहती है।
पार्टी ने दोनों राज्यों में 70 से अधिक युवा व नए चेहरों को चुनाव मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने उन सीटों पर नए चेहरों को ज्यादा तरजीह दी है, जहां मौजूदा विधायक, पूर्व विधायक या वरिष्ठ नेता पार्टी का साथ छोड़ गए हैं।
महाराष्ट्र कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी ने राज्य विधानसभा चुनाव में करीब 55 नए चेहरों को टिकट दिया है। इनमें से कई नए चेहरे राजनीतिक परिवारों से ताल्लुक रखते हैं, पर वे पहली बार चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख के तीसरे बेटे धीरज देशमुख का नाम भी इनमें शामिल हैं।
वह लातूर सीट से चुनाव मैदान में हैं। हरियाणा में भी कांग्रेस ने करीब 17 नए चेहरों को मौका दिया है। इनमें से कुछेक का ताल्लुक राजनीतिक परिवारों से हैं।
हरियाणा और महाराष्ट्र के कई सीटों पर कांग्रेस ने ऐसे युवाओं को भी मौका दिया है जिनका तालुकात किसी भी राजनीतिक परिवार से नहीं है मगर वह अपनी मेहनत से लोगों के बीच लोकप्रियता हासिल करने में कामयाब हुए हैं। कांग्रेस पार्टी पिछले कुछ समय से लगातार युवाओं को राजनीति में आगे लाने की बात कर ली है। ऐसे में महाराष्ट्र हरियाणा में 70 से अधिक युवाओं को मौका देना अपने आप में पार्टी के अंदर चल रहे बदलाव को दर्शाता है।