कांग्रेस नेता ने राष्ट्रपति को पत्र लिखककर कहा मध्यप्रदेश में लगे राष्ट्रपति शासन , शिवराज कैबिनेट बनाने में नही हैं सक्षम

मध्य प्रदेश में सियासी भूचाल आने के बाद शिवराज सिंह ने तो मुख्यमंत्री की शपथ ले ली मगर देश और मध्यप्रदेश के कोरोना वायरस की चपेट में आने के कारण प्रदेश में मंत्रिमंडल का गठन नहीं हो सका और यही कारण है कि कोई मंत्री ना होने के कारण विपक्षी पार्टी कांग्रेस लगातार नवगठित सरकार पर हमलावर है।

ऐसे में कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य एवं वकील विवेक तन्खा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार ”असंवैधानिक” है क्योंकि यह मंत्री-परिषद के बिना काम कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री अपनी कैबिनेट बनाने में सक्षम नहीं हैं तो प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू किया जाना चाहिए।

तन्खा ने राष्ट्रपति को लिखे पत्र में कहा, ”राष्ट्रपति जी, मैं मध्य प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता के साथ न्याय की अपील कर रहा हूं।

मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस की वजह से स्थिति बहुत खराब है। प्रदेश संकट से गुजर रहा है। इंदौर की स्थिति बहुत चिंताजनक है। भोपाल में स्वास्थ्य विभाग के 45 से अधिक अधिकारी संक्रमित पाये गये हैं।

जांच की संख्या बहुत कम है।” उन्होंने आगे लिखा, ”मार्च 23 से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अकेले सरकार चला रहे हैं। मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य मंत्री तक नहीं हैं। बिना कैबिनेट के यह कैसा प्रजातंत्र है?’ तन्खा ने कहा, ”कोविड-19 के कारण पैदा इस संकट की घड़ी में यह असंवैधानिक सरकार है।”

पत्र में तन्खा ने राष्ट्रपति से मांग की है कि वह मध्य प्रदेश की जनता के जीवन की सुरक्षा के लिए इस मामले में हस्तक्षेप करें।

तन्खा ने प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने लिखा, ”अगर मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री कैबिनेट बनाने में सक्षम नहीं हैं तो यहां राष्ट्रपति शासन लागू किया जाना चाहिए।”

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