
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा शुक्रवार को पेश किए गए आम बजट 2019 को निराशाजनक बताया है। सीएम गहलोत ने ट्वीट कर लिखा, एनडीए सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट निराशाजनक है। बजट में अर्थव्यवस्था के विकास, रोजगार सृजित करने या निवेश को बढ़ाने के लिए कोई ठोस योजना या समाधान नहीं है।
उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था के विकास में तेजी लाने, रोजगार सृजित करने या निवेश के प्रवाह को बढ़ाने के लिए कोई ठोस योजना या समाधान नहीं है। सीएम गहलोत ने कहा कि गांव, गरीब और किसान सिर्फ नारे-दावे बनकर रह गए हैं, इनके समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है।
उन्होंने कहा कि मध्यम वर्ग या नौकरीपेशा वर्ग को भी दरकिनार किया गया है। इससे भी ऊपर ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी भी आमजन पर दबाव बनाएगी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा ने कहा कि इस बजट में आम आदमी के लिए कुछ नहीं है। बजट लोगों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा है। लोगों को बड़ी उम्मीदें थी लेकिन आम आदमी को निराशा ही हाथ लगी है। इस बजट में गांव, गरीब, किसान, मजदूर की जो बात की गई है वह भी मात्र दिखावा है।