
कांग्रेस दिल्ली लोकसभा चुनाव अपने दम पर लड़ेगी। आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन को नकारते हुए पार्टी ने चार लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नाम तय कर लिया है। गुरुवार को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में चांदनी चौक, नई दिल्ली, उत्तर-पश्चिम दिल्ली, उत्तर-पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट पर प्रत्याशियों के नाम पर सहमति बन गई। हालांकि पूर्वी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली और दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट पर पेच फंस हुआ है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि जल्द ही सातों लोकसभा सीट पर प्रत्याशियों के नाम की औपचारिक घोषणा कर दी जाएगी।
पार्टी एक बार फिर तीन लोकसभा क्षेत्र में अपने पुराने चेहरे पर ही दांव लगाने जा रही है। कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति ने चांदनी चौक से पूर्व सांसद कपिल सिब्बल, नई दिल्ली से अजय माकन, उत्तर पूर्वी दिल्ली से जेपी अग्रवाल और उत्तर पश्चिमी दिल्ली से पूर्व विधायक राजकुमार चौहान पर भरोसा जताया है। हालांकि अभी इसकी अधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।
पूर्वी दिल्ली सीट पर पूर्व सांसद संदीप दीक्षित, पश्चिमी दिल्ली सीट पर पूर्व सांसद महाबल मिश्रा और दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट पर पूर्व सांसद रमेश कुमार, पूर्व मंत्री अरविंदर सिंह लवली और पवन खेड़ा के नाम पर भी चर्चा हुई। वहीं दक्षिणी दिल्ली से रमेश कुमार के नाम को लेकर भी पार्टी उलझन में है। दरअसल रमेश कुमार के भाई सज्जन कुमार का नाम 84 दंगों में आने के कारण ही उनके स्थान पर रमेश कुमार को टिकट दिया गया था। सांसद बनने के बाद भी रमेश कुमार ज्यादा सक्रिय नहीं रहे और सज्जन कुमार की ही चलती रही।
उधर पूर्वी दिल्ली से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित चुनाव लड़ने से पूर्व में ही मना कर चुके हैं। चुनाव समिति की बैठक के बाद प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको ने कहा कि दिल्ली की सातों लोकसभा सीट पर विस्तृत चर्चा हुई। जल्द ही सातों सीटों के प्रत्याशियों की अधिकारिक सूची कांग्रेस पार्टी जारी करेगी।