CAA के समर्थन और CAA के विरोध से भड़की हिंसा ने देश की राजधानी दिल्ली के बड़े क्षेत्र को अपने चपेट में ले लिया। दिल्ली के उत्तर-पूर्वी इलाको में फैली हिंसा के बाद अब हर तरफ इसको लेकर चर्चा की जा रही है। इस हिंसा में 42 लोगो की मौत और 250 से अधिक लोग घायल हो गए। इस हिंसा में बड़े पैमाने पर जानमाल का नुकसान हुआ है। दिल्ली पुलिस ने हिंसा की इन घटनाओं में अबतक 48 एफआईआर दर्ज की है।
इस हिंसा के बारे में विस्तृत रिपोर्ट जनन के लिए कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 5 सदस्यीय टीम का गठन किया है। सोनिया गांधी ने 5 सदस्यीय इस टीम को उत्तर-पूर्वी दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करने को कहा है और साथ ही उसकी विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी है। पांच सदस्यीय इस टीम में मुकुल वासनिक, शक्ति सिंह गोहिल, कुमारी शैलजा, तारिक अनवर और सुष्मिता देव को जिम्मेदारी दी गई है कि वे हिंसा प्रभावित इलाके का दौरा करें।
5 सदस्यीय टीम हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करने के तत्काल बाद सोनिया गांधी को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। दिल्ली के एलजी अनिल बैजल ने भी आज हिंसा प्रभावित मौजपुर का दौरा किया।
इसके पहले, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में कांग्रेस के शिष्टमंडल ने दिल्ली हिंसा को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की थी। राष्ट्रपति से मिलने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा था, हमने राष्ट्रपति से आग्रह किया है कि वह ‘राजधर्म’ की रक्षा के लिए अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करें।
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा था कि जिस तरह की हिंसा दिल्ली में बीते चार दिनों में हुई वो राष्ट्र के लिए शर्मनाक है। सरकार अपनी ड्यूटी निभाने में नाकाम रही है। राष्ट्रपति इस पर ध्यान दें और राजधर्म के लिए अपने अधिकारों का इस्तेमाल करें। इसके पहले, सोनिया गांधी ने दिल्ली हिंसा को लेकर गृहमंत्री अमित शाह का इस्तीफा मांगा था।