दिल्ली में हुए हिंसा के बाद कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस हिंसा से निपटने में विफल रही केंद्र सरकार और हिंसा ग्रस्त इलाकों में राहत पहुंचाने में विफल रही दिल्ली की राज्य सरकार पर निशाना साधा और अपने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिंसा से जुड़े पांच सवाल पूछ कर दोनों सरकारों के लिए मुश्किल खड़ी कर दी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में कांग्रेस अध्यक्ष ने देश के गृह मंत्री अमित शाह से सीधे तौर पर इस्तीफा मांग लिया
सोनिया गांधी ने सरकार से 6 सवालों के जवाब मांगे हैं-
1- ‘पिछले रविवार से गृहमंत्री कहां थे और क्या कर रहे थे ?’
2- ‘दिल्ली में चुनाव संपन्न होने के तुरंत बाद के दिनों से लेकर आजतक इंटेलिजेंस एजेंसियों ने क्या रिपोर्ट दिए हैं ?’
3-‘हिंसा खुद-ब-खुद शुरू हुई जैसा कि गृहमंत्रालय ने दावा किया है या इसे भड़काया गया, जैसा कि गृह राज्यमंत्री ने दावा किया है?’
4-‘रविवार की रात को पुलिस फोर्स की तैनाती कि स्थिति क्या थी, जबकि पूरे संकेत मिल रहे थे कि हिंसा भड़केगी?’
5-‘अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तत्काल क्यों नहीं बुलाया गया, जब ये साफ हो चुका था कि हालात दिल्ली पुलिस के नियंत्रण से बाहर हो चुके हैं ?’
6- ‘दिल्ली के मुख्यमंत्री कहां थे और वह पिछले रविवार से क्या कर रहे थे ?’
दरअसल, सोनिया गांधी दिल्ली में हुई हिंसा के लिए केंद्र और दिल्ली दोनों सरकारों को जिम्मेदार ठहराया है और उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से इस्तीफे की भी मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि हिंसा ‘सुनियोजित शाजिश’ के तहत हुई और 72 घंटों तक दिल्ली पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रही।