आज पूरा देश गांधी जयंती मना रहा है लेकिन आज के दिन गोडसे प्रेमी सत्ता के लिये गांधी को पूज रहे है
आखिर क्यो.. वो दोहरा चरित्र दिखाकर देश की जनता गुमराह कर रहे है.. भाजपा/आरएसएस के नेता कह चुके हैं गोडसे हमारे आदर्श है उनकी जयंती पर उनकी पूजा अर्चना भी करते है तो फिर आज वो गांधी जयंती क्यो मना रहे है?
जिस आरएसएस को गांधी नाम लेने से भी तकलीफ है उसकी मोदी पूजा क्यो कर रहे है? ये दोहरा चरित्र क्यो..?
मुख्य बात ये है कि भाजपा/आरएसएस की विचारधारा ही गांधी की विचारधारा से मेल नही आती हैं, गांधी प्यार तथा सहिष्णुता का नारा देते है तो आरएसएस की मूल विचारधारा नफरत फैलाने का काम करती हैं
आज प्रधानमंत्री वोटो के खातिर फिर से गांधी को पूज रहे है लेकिन सच्चाई यही है कि भाजपा की गांधी से दूर दूर तक कोई मेल नही खाता..