दिल्ली विश्वविद्यालय ABVP के नवनिर्वाचित अध्यक्ष की डिग्री भी फर्जी निकली, पापा पे गया

दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव 2018 के साथ एक और नया विवाद सामने आया है। अब तक विवाद चुनाव में इस्तेमाल हुए EVM को लेकर था। छात्र संगठन NSUI के तीन उम्मीदवार दिल्ली हाईकोर्ट भी पहुंच गए हैं। NSUI ने हाईकोर्ट में DUSU चुनाव के परिणामों को चुनौती दी है।

दिल्ली हाईकोर्ट ने विश्वविद्यालय को निर्देश भी दिया है कि वह छात्र संघ चुनाव में इस्तेमाल EVM को सुरक्षित रखे। लेकिन इसके बाद भी एक नया विवाद समाने आया है। ये विवाद है DUSU के नवनिर्वाचित अध्यक्ष अंकित बसोया की मार्कशीट को लेकर।

नरेंद्र मोदीजी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बाद अब ABVP के नेता पर भी फर्जी डिग्री रखने का आरोप लग रहा है। NSUI के छात्रों का दावा है कि अंकित बासोया की थ‌िरुवल्लुवर यूनिवर्सिटी की मार्कशीट और प्रमाण पत्र फर्जी है।
NSUI के मुताबिक थ‌िरुवल्लुवर विश्वविद्यालय का कहना है कि अंकित बासोया की मार्कशीट और डिग्री फर्जी है। NSUI का दावा है कि अंकित ने गलत मार्कशीट देकर डीयू में एडमिशन ले लिया था।

NSUI का कहना है कि छात्रसंघ चुनाव के दौरान ही उनकी तमिलनाडु की शाखा ने थ‌िरुवल्लुवर यूनिवर्सिटी में जाकर अंकित बासोया की मार्कशीट और डिग्री के बारे में जानकारी मांगी। लेकिन विश्वविद्यालय ने जो जवाब दिया वो आश्चर्यजनक है।

दरअसल अंकित ने DU में एमए में प्रवेश लेने के लिए तमिलनाडू के तिरुवल्लुवर विश्वविद्यालय के बीए की मार्कशीट जमा कराई थी। लेकिन उस मार्कशीट को तिरुवल्लुवर यूनिवर्सिटी ने फर्जी करार दे दिया है। दरअसल कुछ दिन पहले तमिलनाडू एनएसयूआई ने सूचना का अधिकार अधिनियम (आरटीआई) के तहत त्रिवल्लुवर विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक से अंकित बसोया की डिग्री के बारे में जानकारी मांगी थी। जिसके जवाब में वहां के परीक्षा नियंत्रक ने पत्र लिखकर स्पष्ट तौर पर बताया है कि अंकित बसोया द्वारा दिए गए सर्टिफिकेट की जांच के बाद पता चला है कि वह सर्टिफिकेट फर्जी है।

एबीवीपी भी बीजेपी के नक्शेकदम पर चल निकली है। एनएसयूआई अध्यक्ष ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से अंकित बसोया का चुनाव रद्द कर उनके खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर अंकित बसोया की मार्कशीट सही है तो दिल्ली विश्वविद्यालय और तिरुवल्लुवर यूनिवर्सिटी दोनों सामने आएं और कहें कि मार्कशीट फर्जी नहीं है। उन्होंने मांग किया कि फर्जी डिग्री के इस्तेमाल के मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन लिंगदोह समिति की सिफारिशों के आधार पर डूसू अध्यक्ष का चुनाव फौरन रद्द करे और तीन महीने के अंदर दोबारा बैलेट पेपर से चुनाव कराए।

बता दें कि 13 सितंबर को आए DU चुनाव परिणामों में चार प्रमुख पदों में एबीवीपी की अंकित बसोया ने 1744 मतों के अंतर से अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की। इसी संगठन के शक्ति सिंह को उपाध्यक्ष घोषित किया गया है। उन्होंने 7673 मतों के अंतर से जीत हासिल की है। एनएसयूआई के आकाश चौधरी सचिव पद पर जीतने में कामयाब रहे वहीं संयुक्त सचिव पद एबीवीपी की ज्योति को मिला है।

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