भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह कल मप्र दौरे पर थे उनकी रैली मे इस बार राजस्थान की तरह यहा भी कुर्सिया खाली रही, ऐसा लग रहा है जैसे जनता भाजपा से ऊब चुकी है
आपको बता दे कि भाजपा अध्यक्ष शाह की राजस्थान मे सभाओ मे भी भीड दूर दूर तक नही नजर आ रही थी, ऐसा मप्र के जावरा मे हुआ, जावरा मे शाह ने कहा ” कांग्रेस सिर्फ एक परिवार की पार्टी है ” लेकिन इसको सुनने के लिये जनता नजर नही आ रही थी
मप्र तथा राजस्थान मे भाजपा की सभाओ मे भीड का न आना इनके लिये बैचेनी तथा चिंता बढा रहा हैं
अमित शाह की रैलियो मे लगातार भीड के न होने की दो प्रमुख वजहें हो सकती हैं
पहली प्रदेश सरकार के खिलाफ आक्रोश – मप्र मे शिवराज सिंह डेढ दशक से मुख्यमंत्री है उनके खिलाफ जबरदस्त आक्रोश आमजन में है जनता भी एक ही चेहरे से ऊब चुकी है अब जनता को नया विकल्प चाहिये
दूसरा मोदी के वादे – प्रधानमंत्री बनने से पहले नरेंद्र मोदी ने जनता से वोटो के लिये अनेको अनेक वादे किये थे जिसे वो अभी भी पूरा नही कर पाये इससे जनता नाराज है, गुस्से मे है यही वजह है कि भाजपा की सभाओ मे जनता नदारद है
वही इनके मुकाबले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सभा देखी जाये तो उनकी सभाओ मे जनता का सैलाब जबरदस्त उमड रहा हैं, कल आये सर्वे मे भी भाजपा की हार को बता रहा हे इससे स्पष्ट है भाजपा के लिये ये मुकाबला करो या मरो का है जिसके लिये अभी तक उनके विपरीत ही माहौल बनता जा रहा है