
देश मे नागरिकता कानून के नाम और मचे बबाल के बीच आज कांग्रेस धरना देगी। ये धरना बापू के समाधि स्थल राजघाट में होगा। पार्टी के इस धरना में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गाधी , पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, महासचिव प्रियंका गांधी भी शामिल होंगी।
राजघाट पर होने वाला धरना प्रदर्शन दोपहर 2 बजे शुरू होगा और शाम 8 बजे तक चलेगा।
इस सत्याग्रह धरना में कई दिग्गज नेता और समाजसेवी शामिल हो सकते हैं। कांग्रेस की मांग है कि संविधान और इसके तहत लोगों को मिले अधिकारों की रक्षा की जाए। पहले इसका आयोजन रविवार को होने वाला था।
सोनिया के आवास पर शनिवार शाम पार्टी नेताओं की बैठक के बाद शांतिपूर्ण प्रदर्शन का फैसला किया गया।
पार्टी नेताओं ने पहले रविवार को महात्मा गांधी के समाधि के पास प्रदर्शन करने का फैसला किया था, लेकिन बाद में सोमवार का दिन तय किया गया।
पार्टी महासचिव के सी वेणुगोपाल ने बयान जारी कर कहा, ‘राष्ट्रपति महात्मा गांधी के अहिंसा के दिखाए गए मार्ग पर चलते हुए तानाशाही सरकार के खिलाफ और बाबा साहेब के संविधान को बचाने के लिए पार्टी का सत्याग्रह जारी रहेगा।
इससे पहले नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ देशभर में हो रहे प्रदर्शन के बीच शुक्रवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि सरकार लोगों की आवाज को दबा रही है। लोकतंत्र में जनता की आवाज दबाना गलत है। जनता की आवाज सुनना सरकार की जिम्मेदारी है। सोनिया गांधी ने कहा कि बीजेपी सरकार की नीतियां देशविरोधी हैं। कांग्रेस देश के लोगों और संविधान के हक में खड़ी है। लोकतंत्र में लोगों में सरकार फैसले की गलत नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने और अपनी चिंताओं को व्यक्त करने का पूरा अधिकार है। इसी प्रकार सरकार का भी यह कर्तव्य है कि वह नागरिकों की बातें सुने और उनकी चिंताओं को दूर करे।
इससे पहले कांग्रेस ने कई जगहों पर शांति मार्च निकाला है ताकि इस कानून के नाम और फैले हिंसा से देश को मुक्ति मिले। कांग्रेस ने प्रदर्शन कर रहे सभी राजनैतिक संगठन और सामाजिक संगठनों के साथ छात्र संगठनों से भी अपील की है कि विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग हो।