केंद्र सरकार ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की एसपीजी सिक्योरिटी वापस लेना का फैसला किया है!
अब उन्हें Z+ सिक्योरिटी दी जाएगी.
सिक्योरिटी हटाए जाने के बाद SPG को ट्वीट लिखकर ‘धन्यवाद’ कहा है.
राहुल ने लिखा, “सालों से मुझे और मेरे परिवार की सुरक्षा में रहने के लिए SPG के सभी भाईयों और बहनों को धन्यवाद आपकी निष्ठा, हमेशा सहारा देने और एक यादगार यात्रा के लिए बहुत शुक्रिया. आपको भविष्य के लिए शुभकामनाएं
एसपीजी सुरक्षा क्या है?
एसपीजी मतलब स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप. नाम से ही मतलब साफ है कि ये से विशेष सुरक्षा होती है. ये देश की सबसे ऊंचे स्तर की सुरक्षा है और इसमें बेहद पेशेवर और आधुनिकतम उपकरणों से लैस सुरक्षाकर्मी होते हैं. इसके तहत प्रधानमंत्रियों और पूर्व प्रधानमंत्रियों को सुरक्षा दी जाती है. ये फोर्स गृह मंत्रालय के अधीन होती है. 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद से तय किया गया कि प्रधानमंत्री के दर्जे के लोगों को विशेष तरह की सुरक्षा दी जानी चाहिए. इसी के बाद एसपीजी अस्तित्व में आया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी को प्राप्त विशेष सुरक्षा दल (एसपीजी) का सुरक्षा घेरा हटाये जाने के सरकार के फैसले को बदले की कार्रवाई बताते हुये कहा है कि भाजपा निजी स्तर पर बदला लेने के स्तर पर उतर आयी है।
अहमद पटेल ने शुक्रवार को गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा हटाये जाने के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा कि भाजपा आतंकवादी हिंसा में जान गंवाने वाले दो पूर्व प्रधानमंत्रियों इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के परिवार की सुरक्षा से समझौता कर रही है।
गांधी परिवार को अतिविशिष्ट लोगों को मिलने वाला एसपीजी सुरक्षा कवच 28 साल से मिला हुआ था।
श्रीलंका के तमिल आतंकवादी संगठन लिट्टे द्वारा 21 मई 1991 को किये गये हमले का शिकार हुए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के परिजनों की एसपीजी सुरक्षा हटाये जाने के फैसले के बारे में सरकार की ओर से दलील दी गयी है कि विस्तृत समीक्षा के बाद यह निर्णय किया गया है।
पटेल ने कर कहा, ”भाजपा, आतंक और हिंसा के शिकार हुये दो पूर्व प्रधानमंत्रियों के परिजनों की सुरक्षा के साथ समझौता कर निजी तौर पर बदला लेने के स्तर पर आ गयी है।
अब गांधी परिवार के तीनों सदस्यों को अब केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के सुरक्षा कवच वाली जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिलेगी।