मध्यप्रदेश में कांग्रेस में हुई बगावत के बाद सियासी संकट का दौर चल रहा है इस सियासी संकट के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने विश्वास व्यक्त किया है कि कांग्रेस फ्लोर टेस्ट पास करेगी और इसके लिए वह तैयार है
गौरतलब है कि प्रदेश के राज्यपाल ने कमलनाथ सरकार को सोमवार को विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने का निर्देश दे दिया। मध्यरात्रि को जारी पत्र में राज्यपाल ने निर्देश दिया कि अभिभाषण के ठीक बाद सरकार बहुमत साबित करे। विश्वास मत पर वोटिंग बटन दबाकर होगी। राज्यपाल के इस फरमान के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने कहा है कि कांग्रेस मध्य प्रदेश में फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार है।
हरीश रावत ने कहा है, ‘हम फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हैं और हम इसे जीतने के लिए आश्वस्त हैं। हम नहीं, बीजेपी नर्वस है। वे (बागी) विधायक हमारे संपर्क में हैं।’ इसके साथ ही हरीश रावत ने सवाल किया कि अगर बीजेपी फ्लोर टेस्ट जीतने के लिए आश्वस्त है तो वो अपने विधायकों को दूसरे शहरों में क्यों भेज रही है।
वहीं भारतीय जनता पार्टी ने अपने विधायकों को कल विधानसभा में उपस्थित होने और बीजेपी को वोट देने के लिए एक व्हिप जारी किया।आपको बता दें कि राजभवन से सीएम को जारी किए गए पत्र के मुताबिक राज्यपाल ने सीएम को कहा कि मध्य प्रदेश की हाल की घटनाओं से उन्हें प्रथम दृष्टया प्रतीत होता है कि उनकी सरकार ने सदन का विश्वास खो दिया है और ये सरकार अब अल्पमत में है। राज्यपाल ने कहा है कि ये स्थिति अत्यंत गंभीर है और सीएम कमलनाथ 16 मार्च को सदन में बहुमत साबित करें।
उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश में ये राजनीतिक हालात ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद पैदा हुए हैं। होली के मौके पर सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद उनके समर्थक 22 विधायकों ने भी अपने इस्तीफे दे दिए हैं। सिंधिया बीजेपी में चले गए हैं और विधायकों के इस्तीफे से कांग्रेस की कमलनाथ सरकार अल्पमत में नजर आ रही है। हालांकि, विधायकों के इस्तीफों पर अब तक तस्वीर पूरी तरह स्पष्ट नहीं है।