चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की कंपनी I-PAC ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखऱ राव की पार्टी के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन कर लिया है। प्रशांत किशोर एक तरफ कांग्रेस से बात कर रहें तो दूसरी तरफ उनकी कंपनी गैर-कांग्रेसी पार्टियों से नजदिकायां बढ़ा रही है!
प्रशांत किशोर लगातार चर्चाओं के केंद्र में हैं। एक तरफ कांग्रेस में उनकी एंट्री को लेकर सोनिया गांधी के दिग्गज नेता मंथन कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ एक ऐसी खबर सामने आई जो कांग्रेस नेतृत्व को परेशान करने वाली है।
दरअसल रिपोर्ट हैं कि तेलंगाना सीएम के चंद्रशेखर राव की पार्टी से पीके की कंपनी आईपैक ने करार कर लिया है। खास बात है कि शनिवार सुबह से प्रशांत किशोर सीएम तेलंगाना के घर पर ही थे।
हालांकि, तेलंगाना में वो चंद्रशेखर राव की पार्टी को जिताने के लिए अर्से से मंथन कर रहे थे। लेकिन कांग्रेस से चल रही बातचीत के बीच माना जा रहा था कि पीके वहां से अपना पीछा छुड़ा सकते हैं। तेलंगाना में कांग्रेस मजबूती से लड़ाई लड़ने का ऐलान कर चुकी है। जाहिर है कि ऐसे में वो चंद्रशेखऱ राव के साथ हाथ मिलाने से तो रही।
अगर पीके कांग्रेस ज्वाईन कर लेते हैं तो फिर बड़ा सवाल है कि वो अपनी ही पार्टी की एक ऐसे सूबे में मुखालफत क्यों करेंगे जहां जल्दी चुनाव होना है।
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के दिग्गजों का मानना है कि पीके की क्षेत्रीय दलों से नजदीकी उनके लिए ठीक नहीं है। आंध्र प्रदेश में वो वाईएसआर के करीब हैं तो पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के लिए रणनीति तैयार करने का काम करते हैं। उनका मानना है कि पहले पीके को सभी ऐसे दलों से नाता तोड़ना होगा जो कांग्रेस को चुनौती देने की स्थिति में हैं। तभी कांग्रेस में उनकी एंट्री कुछ फलदायी साबित हो सकती है।
वैसे पश्चिम बंगाल चुनाव के बाद पीके कह चुके हैं कि अब वो आईपैक का कामकाज नहीं देखेंगे। ऐसे में बड़ा सवाल है कि तेलंगाना में अपनी कंपनी के करार के बाद क्या वो आईपैक से पूरी तरह से किनारा कर लेंगे या फिर चंद्रशेखर राव उनके साथ अपना नाता खत्म कर लेंगे। राव पहले कई बार पीके को अपना बेहतरीन दोस्त तक करार दे चुके हैं। 2024 में बदलाव के लिए वो पीके के कहने पर ही तमाम रणनीति बना रहे थे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की समिति आज सोनिया को रिपोर्ट सौंपने वाली है। प्रशांत किशोर ने सोनिया को दी प्रेजेंटेशन में कहा था कि 2024 में कांग्रेस को 370 लोकसभा सीट पर ध्यान देना चाहिए। उनका ये भी कहना था कि एकला चलो के साथ कांग्रेस को मजबूत साझीदारों के साथ भी मैदान में उतरना चाहिए।
अभी तक प्रशांत किशोर की ओर से या I-PAC की तरफ से कोई बयान नहीं आया है। पीके करीब-करीब हर रोज कांग्रेस नेताओं के साथ मिल रहे हैं।पीके ने कांग्रेस को 600 पेज का प्रेजेंटेशन दिया है, जिसमें कांग्रेस को सलाह दी है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी केवल 370 उम्मीदवार उतारे। इसके अलावा केसीआर और ममता बनर्जी की पार्टी का साथ ले।