राजस्थान में 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं। कांग्रेस के लिए आने वाला रास्ता किसी चुनौती से कम नहीं है, क्योंकि 2024 में लोकसभा चुनाव भी हैं और पिछले लोकसभा चुनाव यानी 2019 में राजस्थान में पूरी की पूरी सीटें राज्य में सरकार होने के बावजूद कांग्रेस हार गई थी।
राजस्थान को लेकर सबसे बड़ी चुनौती यह है कि राजस्थान के किले को कैसे भी करके कांग्रेस बचाना चाहती है। लोकसभा चुनाव की पटकथा भी तैयार करनी है। ऐसे में दिल्ली में चिंतन, मंथन और मनन का दौर लगातार जारी है। कांग्रेस की वर्तमान परिस्थिति और चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रशांत किशोर सीनियर नेताओं को प्रजेंटेशन के माध्यम से टिप्स दे रहे हैं।
दूसरी तरफ कांग्रेस शासित राजस्थान और छत्तीसगढ़ राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ करीब 5 घंटे तक बैठक भी चली है। दिल्ली में गहलोत की सोनिया गांधी के साथ मीटिंग हुई और इसकी चर्चा सियासी गलियारों में हो रही है। इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आई है।
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने आज दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात की है। दोनों नेताओं के बीच करीब 1 घंटे तक बातचीत हुई है। यह मुलाकात सोनिया गांधी के आवास 10 जनपथ पर हुई है। कांग्रेस अध्यक्ष से मिलने के बाद सचिन पायलट ने कहा है कि जिस प्रकार की दमनकारी नीतियों केंद्र की ओर से अपनाई जा रही है उसको देखते हुए राजस्थान में क्या कुछ राजनीतिक रणनीति अपनाई जाए, उसको लेकर मैंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना फीडबैक दिया है।
सचिन पायलट की पार्टी में भूमिका को लेकर उन्होंने कहा है कि, 22-23 वर्ष के राजनीतिक कैरियर में पार्टी ने दिल्ली में, राजस्थान में जो भी जिम्मेदारी दी उसको निभाया है और आगे भी निभाते रहेंगे। हालांकि राजस्थान मेरा गृह राज्य है, हम सबको मिलकर काम करना है। 2023 में राजस्थान में कांग्रेस की सरकार रिपीट करना है।
उन्होंने आगे कहा कि राजस्थान एक ऐसा राज्य है जहां हर 5 साल में सरकार बदलती है और मुझे लगता है कि अगर हम सही काम करते हैं तो हमें फिर से सरकार बनाने का मौका मिल सकता है।
माना जा रहा है कि सोनिया गांधी राजस्थान को लेकर कोई बड़ा फैसला ले सकती हैं। हालांकि अभी इस को लेकर कोई पुख्ता जानकारी निकलकर सामने नहीं आई है। वहीं दूसरी तरफ प्रशांत किशोर को शामिल करने को लेकर भी माना जा रहा है कि सोनिया गांधी ने सचिन पायलट से उनकी राय ली है।
प्रशांत किशोर 29 अप्रैल को शामिल हो सकते हैं पार्टी में
एक इंटरव्यू में प्रशांत किशोर ने कहा था कि वह 2 मई तक अपनी अगली भूमिका का ऐलान करेंगे। प्रशांत किशोर ने कांग्रेस की वापसी के लिए 600 स्लाइड्स का प्रेजेंटेशन तैयार किया है। बताया जा रहा है कि अभी किसी ने भी पूरा नहीं देखा है। कांग्रेस को मजबूत करने के लिए राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने पार्टी को जो टिप्स दिए हैं, वह अब बाहर आने लगे हैं।
दूसरी तरफ बताया जा रहा है कि 29 अप्रैल को प्रशांत किशोर कांग्रेस पार्टी में शामिल हो सकते हैं। प्रशांत किशोर ने कहा है कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को कभी मरने नहीं दिया जा सकता, यह सिर्फ राष्ट्र के साथ मर सकती है।