भारतीय जनता पार्टी पंचायत स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक का चुनाव बगैर पाकिस्तान का नाम लिए लड़ ही नहीं सकती है। एक कमजोर राष्ट्र का डर दिखाकर पता नहीं बीजेपी जनता के सामने क्या पेश करना चाहती हैं लेकिन हर चुनाव में पाकिस्तान-पाकिस्तान का जाप करके अपनी चुनावी कैंपेन करती है। ऐसा ही मध्यप्रदेश के झाबुआ विधानसभा उपचुनाव में भी बीजेपी कर रही है और देश के पूर्व केंद्रीय मंत्री और 5 बार के सांसद कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया को वोट देने वाले को पाकिस्तानी कह रही है।
दरसल झाबुआ विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए प्रचार करने पहुंचे मध्यप्रदेश के नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने विवादित बयान देते हुए कहा कि यह कांग्रेस और भाजपा के बीच होने वाला चुनाव नहीं है, बल्कि यह ‘हिन्दुस्तान एवं पाकिस्तान’ के मध्य चुनाव है।
भार्गव के इस बयान का काफी आलोचना जो रहा है। मध्यप्रदेश कांग्रेस ने भार्गव के बयान पर नाराजगी जताई है और चुनाव आयोग में शिकायत की है।
भार्गव ने कहा कि इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी भानू भूरिया भारत का प्रतिनिधि हैं, इसलिए उन्हें जिताएं, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करते हैं। भानू भूरिया के नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए निकाली गई रैली को राजवाड़ा चौक पर संबोधित करते हुए भाजपा नेता भार्गव ने कहा, इस समय देश की इज्जत दांव पर है। यह किसी दो पार्टी का चुनाव नहीं, बल्कि हिन्दुस्तान एवं पाकिस्तान के बीच में चुनाव है। पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया (68) एवं भानू भूरिया (36) ने अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित इस सीट से आज अपने-अपने नामांकन पत्र दाखिल किए।
ऐसे में बीजेपी जिस तरह से पाकिस्तान-पाकिस्तान नाम का जाप कर रही है वह शर्मनाक है क्योंकि बीजेपी पिछले दो चुनावों से झाबुआ का प्रतिनिधित्व कर रही है ऐसे में झाबुआ में किए कामों को बताने के जगह वह जनता में एक कमजोर राष्ट्र का डर फैला कर और खोखली देशभक्ति के नाम पर चुनाव जीतने का प्रयास कर रही है जबकि दूसरी तरफ कांग्रेस के प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया अपने संसदीय कार्यकाल में किए कामों और प्रदेश की कमलनाथ सरकार की कामों के साथ-साथ झाबुआ विधानसभा क्षेत्र में पिछले दो कार्यकाल में हुई बदहाली के नाम पर चुनाव लड़ रहे।