झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी नेताओं की बयानबाजी तेज हो गई है। सभी पार्टी के नेता एक दूसरे पर बयानों पर बयानों के जरिए जहां एक तरफ हमलावर हो रहे हैं तो दूसरी तरफ अपने पार्टी और पार्टी के नेताओं के समर्थन में भी खूब बयान बाजी कर रहे हैं अपनी कर रहे हैं अपनी जीत का दावा कर रहा है ऐसे में झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष संजय पासवान ने दावा किया कि राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-झामुमो-राजद ‘महागठबंधन’ की जीत होगी, क्योंकि लोगों ने देख लिया है कि बीते पांच साल में भाजपा सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है।
पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर कि एक राष्ट्रीय पार्टी होते हुए कांग्रेस झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) जैसी क्षेत्रीय पार्टी से भी कम सीटों पर चुनाव क्यों लड़ रही है, पासवान ने कहा, ‘कांग्रेस का हमेशा से गठबंधन धर्म निभाने में विश्वास रहा है। जहां जिसकी स्थिति मजबूत है, वहां वही पार्टी लड़ रही है। हमारी समान विचारधारा है।’
झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए होने जा रहे चुनाव में झामुमो 43 सीटों पर, कांग्रेस 31 और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) 7 सीटों पर लड़ रही है।
जिस तरह महाराष्ट्र में शिवसेना-भाजपा गठबंधन टूटा है, ठीक उसी तरह ऐन चुनाव के वक्त झारखंड में लंबे अरसे से भाजपा की गठबंधन साझेदार रही ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) ने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। पार्टी ने 19 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं।
पासवान ने कहा कि आजसू ने राजग से नाता तोड़ लिया है, फिर भी महागठबंधन आजसू को न समर्थन देगा और न उससे लेगा।
प्रदेश के 81 विधानसभा सीटों पर 5 चरणों में चुनाव 30 नबम्बर से 20 दिसम्बर के बीच होगा और 23 दिसंबर को चुनाव के नतीजे आएंगे इसलिए पहले चरण के चुनाव के लिए सभी पार्टीयो ने अपना अभियान तेज कर दिया है।