
झारखंड में एक और मॉब लिंचिंग का मामला सामने आया है। पश्चिम सिंघभूम जिले में जादू-टोना करने के आरोप में एक महिला और उसकी बेटी को पहले तो बुरी तरह पीटा गया और इसके बाद उन्हें मार डाला गया। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। यह घटना नक्सल प्रभावित रोवाओली गांव में गुरुवार रात को हुई। पुलिस के अनुसार, घटना के दौरान महिला का पति सुभाष खंडैत और बेटा भागने में सफल रहे। उन्होंने शुक्रवार को मामला दर्ज कराया।
खंडैत ने शिकायत में लिखा कि सोमवार को उनके घर में एक पूजा आयोजित हुई थी जिसमें उनके पड़ोसी रामबिलास की पत्नी शामिल हुई थीं। पूजा के बाद वह बीमार हो गई। इसके बाद रामबिलास के परिजनों ने खंडैत की पत्नी और बेटी पर हमला कर दिया। पश्चिम सिंघभूम के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) आनंद मोहन ने मीडिया को बताया, “प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। हम मामले की जांच कर रहे हैं।”
इससे पहले धतकिडीज गांव में तबरेज अंसारी मॉब लिंचिंग का शिकार हुआ था। तबरेज अंसारी को बाइक चुराने के शक में बुरी तरह पीटा गया था इसके बाद 23 जून को एक अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी। पुलिस के अनुसार, उसके कब्जे से चोरी की बाइक और कुछ अन्य वस्तुएं बरामद की गई थीं। यह मामला एक वीडियो के वायरल होने के बाद सामने में आया था, जिसमें आरोपी पंकज मंडल पेड़ से बंधे तबरेज अंसारी को पीटते हुए दिख रहा था।
गौरतलब है कि बीते दिनों देश में मॉब लिंचिग के मामलों में इजाफा हुआ है। मॉब लिंचिंग के खिलाफ बुधवार को दिल्ली के जंतर मंतर पर लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था। इससे पहले बुधवार को ही राजभवन के समक्ष धरना प्रदर्शन किया गया था।
वहीं पीएम मोदी ने भी सदन में अपने संबोधन के दौरान कहा था कि मॉब लिंचिंग की घटनाएं गलत हैं। पीएम मोदी ने यह भी कहा था कि दोषियों के साथ न्यायिक प्रक्रिया के साथ जो भी किया जा सके, वह किया जाना चाहिए। लेकिन इसके लिए पूरे झारखंड के लोगों को दोषी मान लेना गलत होगा।
वही दूसरी तरफ मप्र की कांग्रेस सरकार ने मॉब लिचिंग के खिलाफ सख्त कानून बनाने का निर्णय लिया है मप्र मे कांग्रेस सरकार बनने के बाद अपराध जैसी घटनाओ मे कभी आयी हैं