मध्यप्रदेश में 29 लोकसभा सीटों में से 28 सीटें गंवाने के बाद हार की समीक्षा करने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 26 मई को समीक्षा बैठक बुलाई है. माना जा रहा है कि बैठक में हार की जिम्मेदारी लेते हुए अध्यक्ष पद से पार्टी आलाकमान को इस्तीफा सौंप सकते हैं. वहीं जिन सीटों पर कांग्रेस की करारी हार हुई है, वहां के मंत्रियों पर भी गाज गिर सकती है।
कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय में आयोजित होने वाली बैठक में मुख्यमंत्री और पार्टी प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ एक-एक सीट की समीक्षा करेंगे. समीक्षा बैठक में संगठन के पदाधिकारियों और वरिष्ठ नेताओं के अलावा तमाम मंत्री भी शामिल होंगे. माना जा रहा है कि समीक्षा बैठक में बतौर प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ हार की जिम्मेदारी लेते हुए पार्टी आलाकमान को अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं
कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय में आयोजित होने वाली बैठक में मुख्यमंत्री और पार्टी प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ एक-एक सीट की समीक्षा करेंगे. समीक्षा बैठक में संगठन के पदाधिकारियों और वरिष्ठ नेताओं के अलावा तमाम मंत्री भी शामिल होंगे. माना जा रहा है कि समीक्षा बैठक में बतौर प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ हार की जिम्मेदारी लेते हुए पार्टी आलाकमान को अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं.
कांग्रेस ने सभी लोकसभा सीटों की जिम्मेदारी स्थानीय मंत्रियों को सौंपी थी।लिहाजा जिन लोकसभा क्षेत्रों में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है, वहां के मंत्रियों पर भी गाज गिर सकती है. लोकसभा चुनाव के पहले ही सीएम कमलनाथ ने मंत्रियों को लोकसभा सीट जिताने की हिदायत दी थी और और चुनाव हारने पर कार्रवाई के लिए भी चेताया था. मतगणना के पहले कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में विधायकों और मंत्रियों की बैठक में भी मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था कि इस अग्नि परीक्षा में जो फेल होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी.
प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने के बाद भी पार्टी को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है. प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से 28 लोकसभा सीट बीजेपी की झोली में गई