
मध्य प्रदेश में हुए सीमा सियासी घमासान और कांग्रेस में बगावत का नतीजा ये हुआ कि प्रदेश में कांग्रेस को अपनी सरकार गंवानी पड़ी जिसके बाद मध्यप्रदेश के कार्यकारी मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर उन्हें राज्य की स्थिति से अवगत कराया।
गौरतलब है कि 22 विधायकों की बगावत के बाद सरकार अल्पमत में आ गई थी और कमलनाथ को इस्तीफा देना पड़ा।
दोनों नेताओं ने राज्यसभा चुनाव को लेकर रणनीति पर चर्चा की। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिरने के बाद आने वाले राज्यसभा चुनाव में पार्टी को अपनी ताकत दिखानी होगी। ज्योतिरादित्य सिंधिया के 22 विधायकों के साथ भाजपा में जाने के बाद पार्टी अब केवल एक सीट जीत सकती है।
पार्टी ने राज्यसभा चुनाव के लिए दो उम्मीदवारों- दिग्विजय सिंह और पूर्व बसपा नेता फूल सिंह बरैया को उतारा है।
लेकिन 22 विधायकों के इस्तीफ के बाद कांग्रेस के विधायकों की संख्या 92 और भाजपा के विधायकों की संख्या 106 हो गई है। लिहाजा कांग्रेस की दोनों सीटें जीतने की संभावना काफी कम है।