लंबे समय के इंतज़ार के बाद कर्नाटक की बीजेपी सरकार ने अपने मंत्रीमंडल की घोषणा की है लेकिन घोषणा के साथ ही बीजेपी में अंदरुनी फूट शुरु हो चुकी है आपको बता दे कि बीजेपी के कुछ विधायक लक्ष्मण सावदी जिनको डिप्टी सीएम बनाया है उनका विरोध कर रहे है क्योंकि वो विस मे पोर्न देखते पकडे गये थे जिसके बाद बीजेपी की खूब धज्जियां उडी थी
इस विरोध पर लक्ष्मण सावदी का कहना है कि मैंने यह पद नहीं मांगा था. पार्टी के सीनियर नेताओं ने मुझे यह पद दिया है. मैं इसे स्वीकार करता हूं.’
बता दें कि 2012 में 2 लोगों समेत लक्ष्मण सावदी विधानसभा में पोर्न देखते हुए पाए गए थे. इससे बीजेपी की काफी किरकिरी हुई थी. सावदी ने सफाई देते हुए कहा था कि वह इसे शिक्षा के उद्देश्य से देख रहे थे जिससे वह रेव पार्टी के बारे में जान सकें. हालांकि फिर सावदी, सीसी पाटिल और कृष्णा पालेमर ने कर्नाटक में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.
गौरतलब है कि कर्नाटक में लक्ष्मण सावदी के अलावा डॉ अश्वत नारायण और दलित नेता गोविंद करजोल को भी डिप्टी सीएम बनाया गया है.
वही दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री सिद्घरमैया ने दावा किया है कि येदिरुप्पा की ये सरकार पूरी 12 महीने भी नही चलेगी उन्होने जिस प्रकार से मंत्रीमंडल का चयन किया है वो समझ से बाहर है
लक्ष्मण सावदी को उपमुख्यमंत्री बनाये जाने के बाद सोशल मीडिया पर मोदी से सवाल किये जा रहे है आखिर उनकी सरकार मे एेसे नेताओ को तवज्जो क्यो दी जाती है? वही विपक्ष इसको लेकर व्यंग्य कस रहा है कुल मिलाकर हम समझ सकते हैं कि कर्नाटक का नाटक अभी ओर जारी रहेगा