करीब 60 दिनों से चल रहे किसानों आंदोलन के बाद गणतंत्र दिवस के दिन किसान के ट्रैक्टर मार्च के दौरान एक गुट से पुलिस के हुए हिंसक झड़प के बाद सरकार अब किसान आंदोलन को बलपूर्वक हटाने की प्रयास में दिखी।
दिल्ली से सटे गाजीपुर बॉर्डर पर जारी किसान आंदोलन को प्रशासन द्वारा बलपूर्वक खत्म कराने की कोशिशों के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी किसानों के समर्थन में उतर आए हैं। उन्होंने गाजीपुर बॉर्डर पर आज दोपहर बाद से जारी तनाव के बीच एक ट्वीट कर ऐलान किया कि वह इस समय किसानों और उनके शांतिपूर्ण आंदोलन के साथ खड़े हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “यह एक साइड चुनने का समय है। मेरा फैसला साफ है। मैं लोकतंत्र के साथ हूं, मैं किसानों और उनके शांतिपूर्ण आंदोलन के साथ हूं।”
किसान आंदोलन पर आए इस संकट में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी किसानों का समर्थन किया है। प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा, “कल आधी रात में लाठी से किसान आंदोलन को ख़त्म करने की कोशिश की। आज गाजीपुर, सिंघू बॉर्डर पर किसानों को धमकाया जा रहा है। यह लोकतंत्र के हर नियम के विपरीत है। कांग्रेस किसानों के साथ इस संघर्ष में खड़ी रहेगी।
प्रियंका गांधी ने आगे कहा, “किसान देश का हित हैं। जो उन्हें तोड़ना चाहते हैं- वे देशद्रोही हैं। हिंसक तत्वों पर सख़्त कार्यवाही की जाए लेकिन जो किसान महीनों से शांति के साथ संघर्ष कर रहे हैं, उनके साथ देश की जनता की पूरी शक्ति खड़ी है।”
गौरतलब है कि यूपी सरकार के आदेश के बाद जब प्रशासन के लोगो ने आंदोलन स्थल का बिजली-पानी बंद कर दिया तो किसान नेता राकेश टिकैत ने रोते हुए संवाददाताओं से कहा कि सरकार आंदोलन को बदनाम कर रही है और वो फांसी लगा लेंगे लेकिन हटेंगे नही जिसके बाद उनके समर्थक अलग-अलग गांवों से आंदोलन स्थल पर जमा हो गए।