महाराष्ट्र सरकार में मंत्रिमंडल में नए मंत्रियों को शामिल किया गया। इस दौरान कांग्रेस कोटे से कई मंत्रियों ने शपथ ली। मंत्रिमंडल में शामिल सभी नेताओं ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की।
नए मंत्रियों के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, के.सी. वेणुगोपाल और पार्टी सचिव आशीष दुआ ने भी दोनों नेताओं से मुलाकात की।
शपथग्रहण के बाद जिन विधायको को मंत्रिमंडल में शामिल नही किया गया उनके भीतर असंतोष की बात सामने आई है और कुछ वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार में उनकी अनदेखी की गई है।
जिन नेताओ में असंतोष है उन्होंने पार्टी नेतृत्व को अपनी नाराजगी से अवगत कराया है। सूत्रों ने बताया कि विधानसभा चुनाव में चौथे स्थान पर रही कांग्रेस अब वरिष्ठ नेताओं को पार्टी में पद और संगठनात्मक जिम्मेदारी देने की योजना बना रही है।
मंत्रिमंडल में कांग्रेस को 12 सीटें मिली है। ऐसे में जिन्हें जगह नही मिली है उन्हें पार्टी संगठन के बड़े पदों पर भेज सकती है। पार्टी को नया प्रदेश अध्यक्ष भी चुनना है, क्योंकि बालासाहेब थोरात मंत्रिमंडल में शामिल हो गए हैं।
ऐसे में विधानसभा अध्यक्ष के लिए सबसे आगे चल रहे पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को अब पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाने पर विचार चल रहा है।