महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ कांग्रेस के हुए जोरदार प्रदर्शन के मुख्य 10 बिंदु !

शुक्रवार को कांग्रेस ने मंहगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर जोरदार विरोध किया। कांग्रेस ने संसद से राष्ट्रपति भवन तक जाने के लिए मार्च निकाला। हालांकि इसे विजय चौक पर रोक दिया गया।

जिसके बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ राहुल गांधी वहीं धरने पर बैठ गए। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के अन्य नेताओं को बाद में पुलिस ने हिरासत में ले लिया। 10 विंदुओं में समझिए कांग्रेस के विरोध के दौरान दिनभर क्या- क्या हुआ?

कांग्रेस कार्य समिति (CWC) के सदस्यों और वरिष्ठ नेताओं ने ‘पीएम हाउस घेराव’ की योजना बनाई थी, जबकि लोकसभा और राज्यसभा सांसद संसद से ‘चलो राष्ट्रपति भवन’ आयोजित करने जा रहे थे। कांग्रेस की ओर से एक बयान में कहा गया।

कांग्रेस सरकार पर केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और सांसद राहुल गांधी साथ कांग्रेस सांसदों ने शुक्रवार को संसद में काले कपड़े पहने। उन्होंने बढ़ती कीमतों और बेरोजगारी के विरोध दर्ज कराया। विपक्ष के हंगामे कारण आज राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।

दिल्ली पुलिस ने विरोध प्रदर्शन करने के लिए कांग्रेस को अनुमति देने से इनकार कर दिया था। कारण ये बताया गया कि प्रशासन ने दिल्ली के कुछ हिस्सों में बड़ी सभाओं पर प्रतिबंध लगाने के लिए निषेधाज्ञा लागू है।

विरोध प्रदर्शन में राहुल गांधी के साथ प्रियंका गांधी भी शामिल हुईं। उनके साथ विरोध में कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता शामिल हुए। कांग्रेस नेताओं को तब हिरासत में लिया गया जब वो पार्टी मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। हिरासत में लिए जाने के बाद कांग्रेस नेताओं को दिल्ली के किंग्सवे कैंप स्थित पुलिस लाइंस में ले जाया गया। जहां करीब 6 घंटे तक उन्हें हिरासत में रखा गया।

कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा ‘हम सब अब लोकतंत्र को खत्म होते देख रहे हैं। भारत के निर्माण के लिए जो संघर्ष किया गया वो सब अब नष्ट हो रहा है। विरोध को कुचलने के लिए गिरफ्तार करके प्रताड़ित किया जाता है।

राहुल गांधी ने दावा किया कि सरकार का एकमात्र एजेंडा है कि लोगों के मूल्य वृद्धि, बेरोजगारी और समाज में हिंसा जैसे मुद्दों को ना उठाने दिया जाए।

कांग्रेस के विरोध में नेशनल हेराल्ड मामले में कार्रवाई का विरोध भी देखा गया। जब कांग्रेस ने राज्यसभा में राष्ट्रीय जांच एजेंसियों पर कथित तौर पर केंद्र के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया। कांग्रेस सांसद ने भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर हमला बोलते कहा कि कोई भी इंटीट्यूशन अब नहीं बचा है जिसके सहारे विपक्ष जनता के लिए लड़ सके, सब जगह सरकार ने अपने आदमी बैठा दिए हैं।

भाजपा ने राहुल गांधी के बयान पर पलटवार किया और पूछा क्या कांग्रेस में लोकतंत्र है। कांग्रेस नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा ‘महंगाई-बेरोजगारी पर चर्चा तो बहाना है, ED को धमकाना, डराना और परिवार को बचाना ही इसका मूल उद्देश्य है।

कांग्रेस के विरोध को लेकर दिल्ली यातायात पुलिस ने शुक्रवार सुबह ही एक एडवाइजरी जारी की थी। जिसमें कहा गया कि लुटियंस दिल्ली के कुछ हिस्सों में यातायात प्रभावित होगा। कई रूट डायवर्जन का भी एडवाइजरी में सुझाव दिया गया था। इलाके की प्रमुख सड़कों और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर पुख्ता व्यवस्था की गई थी।

कांग्रेस पहले से ही मूल्य वृद्धि और जीएसटी की दरों में बढ़ोतरी के मुद्दे पर सरकार को घेरती रही है। इस बार मंहगाई पर कांग्रेस के विरोध के दौरान प्रमुख नेताओं ने काले कपड़े पहना। कई नेता काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।

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