महाराष्ट्र चुनाव नतीजे निकले हुए सप्ताह भर से अधिक हो गया हैं लेकिन अब तक स्पष्ट नहीं हुआ कि सरकार का रूपरेखा क्या होगा इसी को लेकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने महाराष्ट्र के नेताओं के साथ विचार-विमर्श किया और बीजेपी-शिवसेना के गठबंधन और एनसीपी के के आगे के रखो के बारे में चर्चा किया।
राज्य में हाल में ही हुए विधानसभा चुनावों में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिल सका है। भारतीय जनता पार्टी को 105 और शिवसेना को 56 सीटें मिली हैं। हालांकि दोनों दलों ने गठबंधन बनाकर चुनाव लड़ा था लेकिन सरकार के गठन के लिए दोनों दलों में खींचतान चल रही है। राजनीतिक स्थिति को देखते हुए राज्य में गैर भाजपा सरकार के गठन की संभावनायें तलाशी जा रही हैं। राज्य में कांग्रेस को 44 सीटें और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को 54 सीटें मिली हैं।
श्रीमती गांधी के साथ उनके आवास पर हुई इस बैठक में महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बाला साहेब थोराट और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण तथा पृथ्वीराज चव्हाण भी मौजूद रहे। इससे पहले महाराष्ट्र के कांग्रेसी नेताओं ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की। मीडिया के मुताबिक शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय राऊत ने भी श्री पवार से बात की है।
इससे पहले श्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि शिवसेना सरकार के गठन के लिए कांग्रेस का समर्थन चाहती है तो शीर्ष नेतृत्व से बात की जाएगी।
इतना तो स्पष्ट है कि शिवसेना या एनसीपी के बिना सरकार बनना संभव नहीं है अगर बीजेपी और शिवसेना गठबंधन में कुछ इसी प्रकार का खींचतान बढ़ता है तो सम्भव है कि गैर बीजेपी सरकार का गठन हो या राष्ट्रपति शासन लग सकता है।