महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर अभी तक उठापटक चल ही रहा है। शिवसेना सरकार बनाने को लेकर सारे प्रयास कर रही है ऐसे में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस दोनो दलों में भी बैठक का दौर जारी है।
महाराष्ट्र में चल रहे घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस ने CWC की बैठक की। इस बैठक के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया कि हमने महाराष्ट्र से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली बुलाया है। दूसरी बैठक में समर्थन पर फैसला लिया जाएगा। पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी की अध्यक्षता में बुलाई गई कार्य समिति की अहम बैठक में कांग्रेस के कई शीर्ष नेता शामिल हुए थे
किसी विषय पर निर्णय लेने के लिहाज से सीडब्ल्यूसी कांग्रेस का शीर्ष निकाय है। राज्य में सरकार बनाने के लिए शिवसेना को राज्यपाल द्वारा आमंत्रित किए जाने के बाद से सरकार गठन में कांग्रेस की भागीदारी को लेकर रविवार से ही गहन चर्चा शुरू हो गई थी।
शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने सोमवार को कहा कि अगर भाजपा महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री का पद साझा करने के अपने वादे को पूरा करने की इच्छुक नहीं हैं तो गठबंधन जारी रखने का कोई तुक नहीं है।
विपक्षी पार्टियों से संपर्क साध रहे राउत ने कहा कि कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को महाराष्ट्र के हित में साझा न्यूनतम कार्यक्रम लाने के लिए अपने आंतरिक मतभेद भुला देने चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल शिवसेना के एकमात्र मंत्री अरविंद सावंत ने सोमवार को केंद्र की राजग सरकार से अलग होने की घोषणा कर दी।
दूसरी तरफ NCP में भी बैठक का दौर जारी है। अब देखना है कि इन बैठकों का नतीजा क्या निकलता है और कब तक महाराष्ट्र में सरकार गठन होती है।