महाराष्ट्र में कांग्रेस एनसीपी और शिवसेना जल्द ही सरकार गठन की प्रक्रिया पूरा कर लेगी। मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रपति शासन लगने के बावजूद तीनों दल के नेताओं के बीच मीटिंग का दौर जारी है। इन मीटिंगों में न्यूनतम साझा कार्यक्रम को लेकर बिंदुवार चर्चा हो रही है। जिसके बाद तीनों दल राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा करेंगे।
तीनो दल जल्द से जल्द सरकार गठन करना चाहते है क्योंकि इस बात के संकेत अब मिलने लगे हैं। मीडिया में चली रही खबरों के अनुसार सरकार गठन को लेकर कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी में बातचीत जारी है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी ने न्यूनतम साझा कार्यक्रम का ड्राफ्ट तैयार कर लिया है।
इसमें तीनों ही पार्टियों के बीच किसान कर्जमाफी, रोजगार, फसल बीमा योजना की समीक्षा, छत्रपति शिवाजी महाराज और बीआर अंबेडकर स्मारक जैसे मुद्दों पर सहमति बन गई है। अब इस ड्राफ्ट को तीनों ही पार्टियों के अध्यक्ष को भेजा जाएगा।
तीनों ही पार्टियों के अध्यक्षों से हरी झंडी मिलने के बाद महाराष्ट्र में सरकार गठन की प्रक्रिया प्रारम्भ हो जाएगी। हाल ही में महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनाव में शिवसेना ने 56, एनसीपी ने 54 और कांग्रेस ने 44 सीटों पर जीत हासिल की थी। ये तीनों दल मिलकर सरकार गठन को लेकर बहुमत हासिल कर लेंगे।
24 अक्टूबर को आई नतीजे में में किसी एक दल को बहुमत नही मिल सका। जिसके बाद से ही लगातार सरकार गठन की प्रक्रिया को लेकर बैठकों का दौर जारी है। जब किसी दल ने सरकार बनाने को लेकर जरूरी आंकड़ों के साथ राज्यपाल के पास दावा नहीं किया तो राज्यपाल ने प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की अनुशंसा कर दी जिसे राष्ट्रपति ने हरी झंडी दिखा दी जिसके बाद प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है।