राज्यपाल रहते हुए कई मौकों पर मोदी सरकार की नीतियों की आलोचना कर चुके मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने प्रधामंत्री मोदी से ‘अग्निवीर’ योजना वापस लेने की मांग की है. एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने यह भी कहा कि मैं प्रधानमंत्री मोदी से हाथ जोड़कर अपील करता हूं कि इस योजना को वापस लें। अग्निवीर योजना नौजवानों के भलाई के लिए नहीं है. साथ ही उन्होंने देश के युवाओं से हिंसा के राह पर नहीं चलने का आग्रह किया है।
मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि ये योजना बताती है कि सरकार और गांवों के बीच की दुरी बढ़ती जा रही है।
सत्यपाल मलिक ने तंज करते हुए कहा कि जो मुख्यमंत्री अग्निविरों को नौकरी देने का वादा कर रहे हैं, उनका ही भरोसा नहीं कि वो दोबारा मुख्यमंत्री बनेंगे या नहीं.
मोदी सरकार के फैसले का समर्थन करने वाले सैन्य अधिकारीयों को गलत बताते हुए उन्होंने कहा कि, वर्दी और न्यायालय की ही इज़्ज़त बची है. वर्दी वाले जनरल को टीवी पर लाना ग़लत है. न्यायालय और वर्दी की ही इज्जत बची हैं।
भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि ये युवाओं की बेइज़्ज़ती है। मलिक ने कहा युवा नहीं विजयवर्गीय हैं गार्ड बनने लायक।
अपनी बेबाकी पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि लोग बोलेंगे कि गवर्नर साहब फिर बोल रहे हैं. लेकिन मैं बोलना बंद नहीं करूँगा. उन्होंने कहा कि मोदी जी के कहने पर मैं राज्यपाल पद छोड़ दूंगा, लेकिन रिटायर होने के बाद बोलूँगा. आपातकाल के दौरान जेल गया था और मैं तब भी बोलता था. और अब भी बोलता हूं।