भस्मासुर मोदी
भस्मासुर वरदान देने वाले शिव को ही भस्म करने चला
लेकिन माया-मद में पड़कर खुद ही भस्म हो गया था!
सर्जिकल की स्ट्रेटजी सही थी
सेना, आतंक, पाकिस्तान का प्रतीकात्मक मुद्दा बना
आमचुनावों को वास्तविक मुद्दों से दूर ले जाया जाए!
शहादतों व युद्ध से लोगों की देशभक्ति भड़का
जनभावना को अपना फर्जी राष्ट्रवाद का जामा पहना
उसे आपके विशाल वोट बैंक में बदला जाए!
सॉलिड पिलान भाया
लेकिन
मैं , मेरा , मुझसे के मद में डूबे मोदी भूल गए
उनके इच्छा पे ही तड़ीपार ने मीडिया के साथ मिलकर
जनता को युद्धोन्माद में भड़काने का कार्य किया है!
भारतीय जनता भोली पर देशभक्त है साहब
उसे न तो 44 शहादतों के तुरंत बाद ही आपके द्वारा
शहीदों के नाम पर वोट मांगना ही पसंद आया था!
और
ना ही हवाई हमले के तुरंत बाद मीडिया के साथ मिल
उसे भुनाते हुए आपकी चुनावी तैयारी पसंद आ रही!
भस्मासुर की तरह आप भी मद-माया में आकंठ डूबकर
पाई शक्ति का दुरूपयोग करने के कारण ही मारे जाएंगे!
और इसतरह फिर भस्मासुर का अंत हुआ