
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में वोटिंग शुरू होने के शुरुआती कुछ घंटों में ही तीन मतदान कर्मचारियों की मौत होने की बात सामने आई है। पहला मामला गुना के बमोरी विधानसभा क्षेत्र में सामने आया। उसके बाद इंदौर में दो मामले सामने आए। सभी की मौत हार्ट अटैक के चलते हुई। चुनाव आयोग ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है।
बमौरी के परांठगांव में लगी थी ड्यूटीः गुना में मतदान करवाने की प्रक्रिया में लगे एक कर्मचारी की मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के मुताबिक मृतक का नाम सोहनलाल बाथम है जो पीठासीन अधिकारी थे। उनकी मौत की वजह हार्ट अटैक को बताया जा रहा है। यह घटना गुना लोकसभा क्षेत्र में पड़ने वाले विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 28 बमौरी सीट की बताई जा रही है। सोहनलाल बाथम बमौरी के परांठगांव मतदान केंद्र पर तैनात थे। बताया जा रहा है कि वे मतदान प्रक्रिया के बीच अपनी ड्यूटी कर रहे थे। इसी दौरान हार्ट अटैक आ गया।
बमौरी के परांठगांव में लगी थी ड्यूटीः गुना में मतदान करवाने की प्रक्रिया में लगे एक कर्मचारी की मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के मुताबिक मृतक का नाम सोहनलाल बाथम है जो पीठासीन अधिकारी थे। उनकी मौत की वजह हार्ट अटैक को बताया जा रहा है। यह घटना गुना लोकसभा क्षेत्र में पड़ने वाले विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 28 बमौरी सीट की बताई जा रही है। सोहनलाल बाथम बमौरी के परांठगांव मतदान केंद्र पर तैनात थे। बताया जा रहा है कि वे मतदान प्रक्रिया के बीच अपनी ड्यूटी कर रहे थे। इसी दौरान हार्ट अटैक आ गया।
इंदौर में भी कर्मचारी को हार्ट अटैकः गुना की तरह ही इंदौर में भी मतदान के दौरान ही हार्ट अटैक आने से दो कर्मचारियों की मौत हो गई। यहां पहली घटना पांच नंबर विधानसभा क्षेत्र में नेहरू नगर स्थित दीपिका बाल मंदिर स्थित बूथ की बताई जा रही है। हार्ट अटैक के बाद कर्मचारी को तुरंत कैलाश पटेल अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां थोड़ी देर बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया।
राज्य की 230 विधानसभा सीटों पर अभी मतदान चल रहा है। नतीजे 11 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे। मध्य प्रदेश में पिछले 15 साल से भाजपा की सरकार है और 13 साल से अकेले शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री हैं। कांग्रेस ने इस बार सत्ता का सूखा खत्म करने की पुरजोर कोशिश की है। मतदान के दौरान राज्य के कई बूथों पर ईवीएम खराब हो रही है।